उत्तर प्रदेश

21 लाख दीपों से जगमग होगी अवधपुरी, फिर बनेगा विश्व कीर्तिमान

शांति, सुरक्षा और सौहार्द के साथ मनाएं त्योहार, अराजक तत्वों के साथ कोई नरमी नहीं: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव, हनुमान जयंती, दीपावली, छठ पूजा, देवोत्थान एकादशी,देव दीपावली आदि पर्वों के सुचारु आयोजन के लिएदिए दिशानिर्देश

आबादी से दूर हों पटाखों की दुकान/गोदाम, लाइसेंस जारी करने में हो अनावश्यक देर, हर जगह हों फायर टेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम: मुख्यमंत्री

उज्ज्वला के लाभार्थियों को दीपावली पर मिलेगा निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर का उपहार

पंकज सिंह चौहान 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आहूत प्रदेशस्तरीय बैठक में आगामी दीपोत्सव, हनुमान जयंती, दीपावली, छठ पूजा, देवोत्थान एकादशी,देव दीपावली आदि पर्वों के सुचारु आयोजन, आम जन को स्वास्थ्य सुविधाओं की सुलभ उपलब्धता आदिमहत्वपूर्ण विषयों के संबंध में शासनप्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए।

बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आवश्यक दिशानिर्देश

आने वाले दिनों में दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाईदूज, देवोत्थान एकादशी, अयोध्या दीपोत्सव, काशी देव दीपावली और छठ महापर्वजैसे विशेष त्योहार हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान आदि मेलों का आयोजन भी इसी अवधि में है। कानूनव्यवस्था के दृष्टिगत यह समयसंवेदनशील है। अतः हमें सतत सतर्कसावधान रहना होगा।

हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्णबयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वालेअराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए।

अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम अपनी भव्यता के लिए आज पूरी दुनिया में पहचान बना रहा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूराध्यान रखते हुए सभी तैयारियां की जानी चाहिए। 2017 से प्रतिवर्ष दीपोत्सव एक नवीन कीर्तिमान बना रहा है। इस वर्ष 21 लाख दीपोंसे अवधपुरी जगमग होगी। इस हेतु दीप, तेल, बाती, स्थान, स्वयंसेवकों आदि की पुख्ता व्यवस्था कर ली जाए।

दीपोत्सव हमारी सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी के 14 वर्षके वन प्रवास के उपरांत अयोध्या लौटने की पावन स्मृति स्वरूप है। अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरतमिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। सरयू मइया की आरती भी उतारी जाएगी। 04 देशों और24 प्रदेशों की रामलीलाओं का मंचन होगा। इस आयोजन पर पूरी दुनिया की दृष्टि है। अतः इसकी भव्यता में कोई कमी हो।

दीपोत्सव की भव्यता निहारने बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन की सहभागिता होगी। मुख्य समारोह के अतिरिक्त अयोध्या नगर के सभीधार्मिक स्थलों, मठमंदिरों की सजावट की जाए। इस मौके पर अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति भी होगी। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था केपुख्ता इंतजाम होने चाहिए। गलती की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।

अयोध्या जनपद में जगहजगह पर समारोह का सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए, ताकि अधिकाधिक जन दीपोत्सव से जुड़ सकें।मुख्य समारोह संपन्न होने के बाद लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें, इसके लिए समुचित प्लानिंग कर ली जाए। महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था हो। भगदड़ की स्थिति बने, पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती कीजानी चाहिए। मंदिरों में भीड़ के सम्भावना के दृष्टिगत 24×7 पुलिस बल की तैनाती की जाए।

दीपोत्सव/देव दीपावली उल्लास और उत्साह का अवसर है। बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और देशविदेश से पर्यटक इसमेंसहभागिता के उत्सुक होंगे। ऐसे में जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाए। आमजन के आवागमन, बैठने की समुचित व्यवस्थाहोनी चाहिए। भीड़ नियंत्रण में लगे पुलिस बल का व्यवहार सरल और सहयोगी हो। किसी भी श्रद्धालु अथवा पर्यटक को अनावश्यकपरेशानी उठानी पड़े।

● 23 से 26 नवम्बर तक काशी में गंगा महोत्सव और 27 को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का भव्य आयोजन होगा।इस अवसर पर परंपरा के अनुसार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। देव दीपावली पर इस वर्ष भारी संख्या में श्रद्धालुओं/पर्यटकों के आगमन की संभावना है। इस वर्ष 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित करने की तैयारी करें।

देवदीपावली और छठ के अवसर पर नदी घाटों पर भीड़ प्रबन्धन, सुरक्षा व्यवस्था विशेषकर, महिला सुरक्षा, अग्निशमन के पुख्ताइंतजाम करते हुये आपातकालीन हेल्पडेस्क बनाये जाएं। छोटी नावें चलें तो बेहतर होगा। नाविकों का सत्यापन कराएं। गोताखोरों कीतैनाती रखें।

● 11 नवम्बर को हनुमान जयन्ती का पावन अवसर भी है। ऐसे में काशी संकटमोचन और अयोध्या हनुमानगढ़ी पर साजसज्जा कीजानी चाहिए।

● 10 नवंबर को धनतेरस का पर्व है। हर सनातन आस्थावान कुछ कुछ खरीदारी जरूर करता है। इस मौके पर बाजार में भीड़ बढ़ेगी।ऐसे में अराजक तत्वों/ शोहदों की सक्रियता, लूटपाट की भी घटनाएं हों, इसके लिए अलर्ट रहना होगा।  फुट पेट्रोलिंग बढाएं।सीसीटीवी कैमरों की सक्रियता जांच ली जाए।

दीपावली के लिए पटाखों की दुकानों/गोदामों का आबादी से दूर होना सुनिश्चित कराएं। जहां पटाखों का क्रय/विक्रय हो, वहां फायरटेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम किए जाएं। पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे। पटाखों की दुकान खुले स्थान पर हो। इन्हें लाइसेंस/एनओसी समय से जारी कर दिया जाए।

छोटी सी घटना लपरवाही के कारण बड़े विवाद का रूप ले सकती है। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता आवश्यक है। त्वरित कार्यवाही औरसंवादसंपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें।

पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लासउमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व लोगों को अनावश्यकउत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर नगर की जरूरत के अनुसार ट्रैफिक प्लान तैयार करें।यह सुनिश्चित करें कि बाजार आने वाले लोग ट्रैफिक जाम में फंसें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।हर दिन पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। वरिष्ठ अधिकारी खुद भी इसमें प्रतिभाग करें।

पर्व और त्योहारों के बीच ग्रामीण हो या कि शहरी क्षेत्र, पर्वत्योहारों के बीच बिजली अपूर्ति सुचारु रखी जाए। कहीं से भीअनावश्यक कटौती की शिकायत आए। इसकी समीक्षा की जाए।

मिलावटखोरी आम जन के जीवन से खिलवाड़ है। किसी भी सूरत में मिलावटखोरी को सहन नहीं किया जाएगा। पर्वत्योहारों केदृष्टिगत खाद्य पदार्थों की जांचकी कार्रवाई तेज की जाए। मिलावटी खाद्य पदार्थों के बिक्री की हर शिकायत पर तत्काल कार्यवाही हो।मिशन रूप में प्रदेशव्यापी निरीक्षण किया जाना चाहिए। मिलावटखोरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।

ग्रामीण नगरीय क्षेत्र में व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइज़ेशन और फॉगिंग का कार्य मिशन मोड में किया जाए। अतिरिक्त मानव शक्तिकी जरूरत हो तो समय से प्रबंधन करें। स्वच्छता कार्य की शासन स्तर पर समीक्षा की जाए।

पर्व और त्योहारों के इस उल्लासपूर्ण माहौल में लोगों के आवागमन में बढ़ोतरी स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग अपने घर जाते हैं।ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रुट पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए। खराब हालत वाली बसों को सड़क पर कतई चलने दें। कोईभी चालक नशे की स्थिति में हो।

पूरे प्रदेश में रिक्शा चालकों का सत्यापन किया जाए। इनके लिए रूट निर्धारित किया जाए।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभर्थियों को दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ओर से उपहार स्वरूप निःशुल्करसोई गैस सिलेंडर वितरित किया जाना है। लाभार्थियों का आधार सत्यापन करा लिया जाए। हर जनपद में इससे जुड़े आयोजन होंगे।

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