द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर मोदी जी ने पण्डित दीन दयाल के अन्तोदय के सपने को धरातल पर उतारा: मोती सिंह
पूर्व कैबिनेट मंत्री मोती सिंह ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजग की उम्मीदवार घोषित किये जाने के फैसले की सराहना की और कहा कि यह कदम आदिवासी गौरव को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगा।
पंकज सिंह चौहान
लखनऊ (करण वाणी)। पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव के लिए राजग की उम्मीदवार घोषित किये जाने के फैसले की सराहना की और कहा कि यह निर्णय भारतीय राजनीति के सामाजिक एवं राजनैतिक न्याय के इतिहास में क्षितिज पर स्वर्णिम अध्याय के रूप में स्मरण रहेगा व आदिवासी गौरव को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगा।
पूर्व मंत्री मोती सिंह ने कहां कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा आदिवासी नेता आदरणीया द्रोपदी मुर्म जी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से संविधान के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित करके देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पण्डित दीन दयाल उपाध्याय के अन्तोदय के सपने को धरातल पर उतार कर ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह भारतीय संविधान के शिल्पकार डा. अम्बेडकर को एक विनम्र श्रद्धांजलि के रूप स्मरण रहेगा।
श्री सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू की उम्मीदवारी की घोषणा महिलाओं और आदिवासियों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अटूट संकल्प का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा, आज देश के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण है, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चाहे महिला सशक्तिकरण हो या जनजातीय अस्मिता के गौरव को पुनर्स्थापित करना हो, इस दिशा में जितने कार्य पिछले 8 साल में हुए हैं वो पहले कभी नहीं हुए। आज का ये निर्णय प्रधानमंत्री मोदी के महिला व जनजातीय कल्याण के उसी अटूट संकल्प का प्रतिबिंब है। मोती सिंह ने कहा द्रौपदी मुर्मू जी ने जनजातीय समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने व जनप्रतिनिधि के रूप में लम्बे समय तक जनसेवा करते हुए सार्वजनिक जीवन में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। इस गरिमामई पद की प्रत्याशी बनने पर उनको शुभकामनाएं देता हूं व मुझे विश्वास है कि वो निश्चित रूप से जीतेंगी।