अपराध
बंथरा थाना क्षेत्र में सरकार को चुनौती दे रहे खनन माफिया
मानकों को ताक पर रखकर अंधाधुंध खनन माफिया कर रहे हैं उपजाऊ जमीन को धाराशाही, थाने की पुलिस एवं राजस्व विभाग सब कुछ जानकर बना है मूकदर्शक।
सरोजनीनगर लखनऊ। बंथरा थाना क्षेत्र में मानकों को ताक पर रखकर मिट्टी खनन माफियाओं द्वारा ग्रामीण किसानों की उपजाऊ जमीन को खुदाई कर तालाब बना दिया जा रहा है। जिससे किसानों की जमीनों पर आने वाले समय में फसलों की पैदावार नहीं हो पाएगी।इस अवैध खनन की जानकारी राजस्व विभाग के क्षेत्रीय लेखपाल से लेकर उपजिलाधिकारी तक है इसके बावजूद कांन में जूं नहीं रेंग रही है।
वही बंथरा थाने की पुलिस सब कुछ हकीकत जानने के बावजूद राजस्व विभाग पर मामला डालकर पल्ला झाड़ कर और अपनी हिस्सेदारी लेकर चुपचाप बैठी है। स्थानीय थाना क्षेत्र के दराब नगर बरकोता, सादुल्ला नगर, नारायणपुर सहित क्षेत्र के आदि गांवों में अवैध खनन का कार्य तेजी के साथ फल फूल रहा है। इन अवैध खनन में जेसीबी पोकलैंड मशीनों को लगाकर खेतों की खुदाई की जा रही है और मिट्टी की धुलाई डंपर कर रहे है। सरपट मिट्टी भरकर दौड़ रहे डंपरों की वजह से कई सड़क दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। जिससे लोगों की जान चली गई लेकिन इसके बावजूद कोई भी कार्रवाई प्रशासनिक अमले की तरफ न किए जाने से क्षेत्र के लोगों में आज भी भयंकर आक्रोश बना हुआ है।
मानक के विपरीत हो रहा खनन
बताया जाता है कि इन गांवों के भोले-भाले किसानों को चंद रुपयों का लालच देकर उपजाऊ जमीन को खनन माफियाओं द्वारा इस कदर खुदाई करके तालाब बना दिया है कि इसके बाद अगर किसान चाहे तो इसमें फसलों की बुवाई नहीं कर सकते। क्योंकि अगर किसानों द्वारा खेतों में किसी भी फसल की बुवाई की गई तो पानी भर जाने के बाद फसलें पूरी तरीके से नष्ट हो जाएंगी। किसानों के खेतों से मिट्टी खुदाई का कार्य मानाक के हिसाब से 2 मीटर तय हुआ था। लेकिन खनन माफियाओं द्वारा लगभग 4 मीटर से अधिक खेतों से मिट्टी निकालकर बिक्री की गई जिससे गरीब किसानों को दो तरफा शोषण किया जा रहा है। एक तरफ किसानों के खेत खेत ना रहकर तालाब बन रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ किसानों के खेतों में फसल नहीं हो पाएगी क्योंकि इन खेतों की गहराई इतनी अधिक हो गई है अगर कहीं बारिश के दिनों में पूरी तरीके से पानी भर गया तो लोगों के डूब जाने का भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा। लोगों का आरोप है कि इसकी शिकायत क्षेत्रीय लेखपाल से लेकर उपजिलाधिकारी सरोजनी नगर तक से की जा चुकी है और बंथरा पुलिस से भी खनन माफियाओं की शिकायत की गई लेकिन प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी रिंग रोड में मिट्टी डाली जा रही है यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। जबकि सूत्र बताते हैं कि अगर एक डंपर पर मिट्टी सड़क के कार्य में डाली जाती है तो 10 डंपर अन्य जगहों पर खनन माफियाओं द्वारा बिक्री की जा रही है। मिट्टी सरकारी काम में इस्तेमाल होती हो या फिर प्राइवेट निजी कार्यों में डाली जा रही हो लेकिन जो खुदाई का मानक तय होता है उसे नकारा नहीं जा सकता। यहां पर तो सारे नियम और कानून किस तरीके से तार-तार हो रहे हैं इसकी हकीकत साफ तौर पर दिखाई दे रही है।