सरोजनीनगर में खुलेगा इंग्लिश और विदेशी भाषा का केंद्रीय विश्वविद्यालय
योगी मंत्रिमंडल ने अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि आवंटन को दी स्वीकृति, डॉ. राजेश्वर सिंह लंबे समय से कर रहे थे मांग
सरोजनीनगर की 2.3239 एकड़ भूमि पर बनेगा अंग्रेजी एवं केंद्रीय भाषा विश्वविद्यालय, डॉ. राजेश्वर सिंह ने जताया सीएम का आभार
लखनऊ। सोमवार को लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश राज्य मंत्री परिषद की बैठक में सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के चकौली, परगना बिजनौर में अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा केंद्रीय विश्वविद्यालय हेतु 2.3239 हेक्टेयर भूमि आवंटन के प्रस्ताव पर मुहर लग गई।
बता दें कि सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र में इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए स्थानीय विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह लंबे समय से प्रयासरत थे। डॉ. सिंह ने इस संबंध में 10 मार्च 2023 को सीएम योगी को पत्र लिखकर ग्राम सभा चकौली में भूमि आवंटित किए जाने का प्रस्ताव दिया था। इसके उपरांत 02 जुलाई 2024 को पुनः मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उक्त भूमि के आवंटन को मंत्रिपरिषद का अनुमोदन दिलाए जाने के लिए आग्रह किया था।
विधायक डॉ. सिंह ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा सतत प्रयासों से ग्राम सभा चकौली में इस विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु 2.3239 हेक्टेयर भूमि आवंटन को मिली स्वीकृति है। विधायक ने इसके लिए सीएम योगी का आभार जताते हुए क्षेत्रवासियों को बधाई दी और आगे जोड़ा यह आधुनिक लखनऊ के एजुकेशनल हब बनते सरोजनीनगर के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। विश्वविद्यालय की स्थापना से सरोजनीनगर ही नहीं लखनऊ और पूरे प्रदेश के युवाओं की गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित होगी।
गौरतलब है कि अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय संचालित पाठ्यक्रम भाषाओं में गुणवत्तापरक एवं अद्वितीय शिक्षा, रिकॉर्ड प्लेसमेंट, नवीन शिक्षण सामग्री, भारतीयों के लिए प्रासंगिक भाषा दक्षता, उन्नत अनुसंधान एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हैं।
ईएफएलयू संयुक्त डिग्री और सहयोगी अनुसंधान परियोजनाओं के माध्यम से शिक्षार्थियों को अंतराष्ट्रीय प्रदर्शन प्रदान करते हैं। सामाजिक उत्तर दायित्वों का निर्वहन करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा यूएसआर पहल भी संचालित है। विश्वविद्यालय द्वारा अंग्रेजी उच्चारण में सुधार के लिए निःशुल्क इंग्लिशप्रो ऐप भी शुरू किया गया है।
तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर आएं, हिंदू त्योहारों के महत्व को समझें सपा प्रमुख: डॉ. राजेश्वर सिंह
लखनऊ। चुनाव आयोग द्वारा यूपी में उपचुनाव तारीखें 13 नवंबर से 20 नवंबर किए जाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ट्वीट का डॉ. सिंह ने करारा जवाब दिया। डॉ. सिंह ने 2014 से 2024 की समाजवादी पार्टी की चुनावी हारों का उल्लेख करते हुए लिखा सपा प्रमुख हार और डर के साए से साए से उबर नहीं पाए हैं।
डॉ. सिंह ने सपा प्रमुख को घेरते हुए आगे लिखा उपचुनाव की तारीखों में बदलाव विभिन्न राजनीतिक दलों के अनुरोध पर लिया गया जिसमें सपा की सहयोगी कांग्रेस भी शामिल है। सपा प्रमुख तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर आएं, सनातन धर्म से जुड़े पर्वों के महत्व को भी समझें, कार्तिक पूर्णिमा के दिन करोड़ों लोग गंगा स्नान करते हैं, कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद और प्रयागराज में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मेला में प्रतिभाग एंव पूजन के लिए लोग 3-4 दिन पहले ही चले जाते हैं।
बंद होने चाहिए हिन्दू आस्था पर हमले: डॉ. राजेश्वर
कनाडा के ग्रेट टोरंटो क्षेत्र में हिंदू मंदिर पर खालिस्तान समर्थक उग्रवादियों द्वारा किए गए हमले पर सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
विधायक ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा आस्था के विरुद्ध हिंसा अब समाप्त होनी चाहिए। हिंदू मंदिरों पर हमले केवल कनाडा का मुद्दा नहीं बल्कि वैश्विक संकट है। धार्मिक स्वतंत्रता हर देश में मौलिक अधिकार होना चाहिए, प्रत्येक राजनीतिक दल और प्रत्येक भारतीय नेता को इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए।