पाँच नामज़द आरोपियों की गिरफ़्तारी, कई वाहन ज़ब्त, इंस्पेक्टर दरोग़ा सहित थाने के कई पुलिसकर्मी निलंबित, फिर भी हंगामा
आख़िर कौन कर रहा योगी सरकार को बदनाम करने की साज़िश, पुलिस की कठोर कार्रवाई के बावजूद, बाहर से बुलाए गए तथाकथित ब्राह्मण नेताओं ने थाने में किया हंगामा
- सोशल मीडिया पर लोगों का आरोप पूर्व केंद्रीय मंत्री का क़रीबी घटना को जातीय व राजनीतिक रंग देकर क्षेत्र का माहौल कर रहा ख़राब
- बंथरा क्षेत्र के सम्मानित ब्राह्मण नेताओं ने इस प्रकरण से बनायी दूरी बोले घटना को दिया जा रहा जातीय व राजनीतिक रंग
पंकज सिंह चौहान
बंथरा/लखनऊ। बीते दिनों लखनऊ के बंथरा में बिजली विवाद के चलते ऋतिक पाण्डेय की हुई मृत्यु मामले में लखनऊ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए पांचों नामज़द आरोपियों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है, और वहीं बथरा इंस्पेक्टर हेमंत राघव सहित बीट के दो दारोगा सुभाष यादव व सुशील यादव और सिपाही यत्येंद्र सिंह को निलंबित करते हुए एक दरोग़ा का ट्रांसफर कर दिया।
पुलिस की इतनी कठोर कार्रवाई के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं राजनीतिक लोग इस दुखद घटना पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने से बाज़ नहीं आ रहे, वही सोशल मीडिया पर लोगों की मानें तो पूर्व केंद्रीय मंत्री का एक क़रीबी घटना को जातिवाद व राजनीतिक रंग देकर क्षेत्र का माहौल ख़राब कर रहा है।
सपा से विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहा पूर्व मंत्री का करीबी
सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने लिखा बहुत जल्द प्रवीण अवस्थी अखिलेश यादव के संरक्षण में समाजवादी पार्टी जॉइन करने वाले हैं, वहीं बहुत सारे सोशल मीडिया यूज़र्ज़ से पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री के करीबी प्रवीण अवस्थी की फ़ोटो आरोपी लवी सिंह के साथ शेयर करते हुए लिखा कल तक आरोपी लवी सिंह के साथ बैठकर चाय पीने वाले और आरोपी लवी सिंह को अपना छोटा भाई बताने वाले प्रवीण अवस्थी आज उसी लवी सिंह को गुंडा अपराधी वह हत्यारा बता रहे हैं।
बाहर से बुलाए गए तथाकथित ब्राह्मण नेताओं ने थाने में किया हंगामा
लखनऊ में ऋतिक पांडेय हत्याकांड को लेकर बंथरा थाना परिसर में बाहर से बुलाए गये तथाकथित ब्राह्मण नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के क़रीबी के नेतृत्व में ने थाने में जमकर हंगामा किया। सुबह साढ़े नौ बजे से बाहर से आए तथाकथित ब्राम्हण संगठन के लोगों ने थाने में जमकर हंगामा किया। वही क्षेत्र के सम्मानित ब्राम्हण नेताओं ने इस प्रकरण से दूरी बना ली क्षेत्रीय ब्राह्मण नेताओं का कहना है कि इस दुखद घटना को अब राजनीतिक रंग दिया जा रहा है जो सही नहीं है।
तथाकथित ब्राह्मण संगठन के लोगों को कई अधिकारी शांत कराने का प्रयास करते रहे, लेकिन वह किसी की सुनने के लिए तैयार नहीं थे। सभी पुलिस आयुक्त, कमिश्नर और जेसीपी को मौके पर बुलाए जाने की मांग पर अड़े रहे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने खुद ज्ञापन लेने की बात कही, लेकिन बात नहीं बनी। आक्रोश बढ़ता देख एडीसीपी दक्षिणी शंशाक सिंह बंथरा थाना पहुंचे। यहां ज्ञापन लेकर जल्द कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद भी लोग नहीं मानें। सभी आरोपियों के असलहों का लाइसेंस रद्द करने और मृतकके परिवार को सुरक्षा देने की मांग करते रहे।