अघोषित विद्युत कटौती से पुराने वाले शर्मा को याद कर रही जनता
- पूरी तरह चरमराई विद्युत व्यवस्था, नए वाले शर्मा जी से नहीं संभल रहा विद्युत विभाग
पंकज सिंह चौहान
लखनऊ। देश के बड़े नौकर शाह रहे वर्तमान में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के शर्मा ने प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने और इसमें संभावित सुधार को लेकर अधिकारियों को निर्देश तो जारी कर दिए लेकिन जमीनी हकीकत इससे कुछ परे है। पुराने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के जाने के बाद जब से नए वाले शर्मा जी ने कुर्सी संभाली है तब से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। इसका कारण नगर विकास सौर ऊर्जा जैसे दो भारी-भरकम विभाग ए के शर्मा के पास होना बताया जा रहा है। दोनों विभाग बहुत बड़े हैं इससे करण शर्मा जी विद्युत विभाग पर ध्यान नहीं दे पा रहे, बढ़ती हुई गर्मी के बीच विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है। यही कारण है कि लोग नए वाले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को छोड़कर पुराने वाले ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को याद कर रहे हैं।
लखनऊ स्थित सरोजिनी नगर के बनी पावर हाउस में अघोषित विद्युत कटौती से लोग परेशान हो चुके हैं। आलम यह है कि कब बिजली कट जाए कुछ पता नहीं होता। बिजली कट जाने से लोग अंधेरे में रहने के लिए विवश हो जाते हैं। गर्मी के चलते लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती।
ग्रामीण क्षेत्रों में जब गर्मी बढ़ जाती हैं तो विद्युत व्यवस्था धराशाई हो जाती है। शाम के समय जब बिजली सप्लाई की सबसे अधिक जरूरत होती है तब भी बिजली की आवाजाही का खेल शुरू हो जाता है। बिजली कटौती किए जाने से लोग रात में बिलबिला उठते हैं। रात के समय में सबसे अधिक बिजली कटौती होती है। अचानक बिजली कट जाने के बाद पंखे बन्द हो जाते हैं। जिसके बाद लोग गर्मी की वजह से सो नहीं पाते है। ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। सामान्य रूप से इसका कारण बिजली की अधिक खपत होने तथा ओवरलोड को बताया जाता है। इस समय किसानों के लिए सब्जी की खेती की सिंचाई भी करनी होती है। लेकिन बिजली कटौती से सिंचाई भी नहीं हो पाती।