वायरल सेक्स वीडियो में फंसे बाराबंकी सांसद का टिकट बदला, जिला पंचायत अध्यक्ष को मिला टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने बाराबंकी लोकसभा सीट से आखिरकार प्रत्याशी की घोषणा कर सभी कयासों पर विराम लगा दिया है। पार्टी ने अनुभव को तरजीह देते हुए पूर्व विधायक और मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है।

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रविवार देर रात प्रत्याशियों लिस्ट जारी कर दी है. भाजपा प्रत्यशियों की ये पांचवी लिस्ट है इसलिस्ट में कई चौकानें वाले नाम सामने आए है. भाजपा ने बाराबंकी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बदल दिया है. जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत को टिकट दिया गया है। वीडियोकांड के बाद उपेंद्र रावत ने चुनाव न लड़ने का किया ऐलान था।
कौन हैं राजरानी रावत
राजरानी रावत निन्दूरा ब्लॉक के सैंदर गांव की रहने वाली हैं. इनके पति राजकरन रावत रिटायर्ड को–ऑपरेटिव बैंक मैनेजर हैं. 56 वर्षीय राजरानी रावत इंटर पास हैं. वर्ष 1995 में राजनीति में उतरी. राजरानी ने 1995 में पहली बार निन्दूरा प्रथम से डीडीसी का चुनावलड़ा. जिसमें उन्हें जबरदस्त कामयाबी मिली.
1996 में विधानसभा की बनी उम्मीदवार
साल 1996 में भाजपा ने राजरानी रावत को फतेहपुर विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन ये महज 527 वोटों से चुनाव हारगई. इसके बाद साल 2000 में निन्दूरा तृतीय से उन्होंने डीडीसी का चुनाव जीता. जिसके बाद साल 2002 में फतेहपुर विधानसभा से17 हजार वोटों से भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल कर पहली बार विधायक बनीं. फिर साल 2007 में हुए विधानसभा चुनाव मेंभाजपा ने राजरानी रावत फिर अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन वह बसपा उम्मीदवार मीता गौतम से चुनाव हार गईं।
भाजपा छोड़ सपा में हुईं शामिल
राजनीतिक हालात बदले तो राजरानी रावत ने भाजपा छोड़ दी और साल 2012 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गई. उस वक्त जिले की सपा राजनीति में चल रही उठापटक का उनको फायदा मिला और सपा ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में रामसागर का टिकट काटकर राजरानी को लोकसभा उम्मीदवार बना दिया. 2014 के लोकसभा चुनाव में राजरानी रावत भाजपा की प्रियंका सिंह रावत से चुनाव हार गईं।
2019 में फिर हुई ‘घर वापसी‘
लोकसभा चुनाव हारने के बाद राजराजनी रावत नजदीकियां फिर भाजपा में बढ़ी और 17 नवम्बर 2019 को इनकी फिर घर वापसी हो गई. उसके बाद ये पार्टी के हर कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने लगी. हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में भाजपा ने इन्हें फिर निन्दूरा चतुर्थ से अपना जिला पंचायत सदस्य का उम्मीदवार बनाया और जीत हासिल की।