हनुमान जयंती पर दिल्ली में हिंसा: नौ जख्मी, 14 अरेस्ट
- दिल्ली पुलिस के मुताबिक जहांगीरपुरी हिंसा में अब तक 9 आरोपी गिरफ़्तार हुए। 8 पुलिसकर्मियों और 1 नागरिक सहित 9 लोग घायल हो गए और अस्पताल में उनका इलाज किया गया। एक सब-इंस्पेक्टर को गोली भी लगी है, उनकी हालत स्थिर है।
लखनऊ (करण वाणी, न्यूज)। हनुमान जयंती पर दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में भड़की हिंसा केस में पांच और आरोपी अरेस्ट हुए हैं। डीसीपी नॉर्थ-वेस्ट उषा रंगनानी ने यह जानकारी देते हुए रविवार (17 अप्रैल, 2022) सुबह बताया कि कि अब तक मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आगे की जांच फिलहाल जारी है।
एफआईआर में इंस्पेक्टर राजीव रंजन (जहांगीरपुरी में तैनात) के मुताबिक, जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। जैसे ही जुलूस सी-ब्लॉक मस्जिद के पास पहुंचा तो एक व्यक्ति अपने चार-पांच अन्य लोगों के साथ जुलूस में शामिल लोगों से बहस करने लगा। बाद में दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। धार्मिक जुलूस की सुरक्षा में तैनात पुलिस ने दोनों गुटों को अलग कर दिया लेकिन, कुछ देर के बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई। हनुमान जयंती के मौके पर पथराव कर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की गई थी।
वहीं, जहांगीरपुरी इलाके में रहने वाले साजिद सैफी ने हिंसा पर कहा, हिंदू और मुसलमान हमेशा से यहां एक साथ रहे हैं। मैंने इस मंदिर में प्रसाद खाया है और हिंदू हमारे साथ हमारे त्योहार मनाते हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है, यहां बाहरी लोगों ने शांति भंग की है। बता दें कि साजिद सैफी इसी इलाके में एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान चलाते हैं
जहांगीरपुरी को ब्लॉक बी और सी में सांप्रदायिक झड़पें हुईं हैं। इस ब्लॉक में मछली बेचने वाले, मोबाइल मरम्मत करने वालों की दुकानें और कपड़े के खुदरा विक्रेताओं सहित एक मजदूर वर्ग की आबादी रहती है।
हिंसा के कुछ देर बाद 35 साल के अधिवक्ता शिव ने बताया, रैली में से कुछ ने मस्जिद पर चढ़ने की कोशिश की, मुझे यह देखकर बुरा लग रहा है। कल ही की बात है कि मैंने अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ शरबत और पानी बांटने में मदद की और आज बाहरी लोगों ने हमारे रिश्तों में दरार डालने की कोशिश की। हम ऐसा नहीं होने देंगे।
इस हिंसा को लेकर 17 वर्षीय पप्पू कुमार का कहना है, अपने दोस्तों, अनीज और नफीस के साथ होली मनाता आया हूं लेकिन इस तरह की हिंसा देखकर अजीब लगता है। वहीं उसके दोस्त नफीस ने कहा, हम भी काली माता के मंदिर का सम्मान करते हैं। मैं पंडित के साथ बात करता हूं, उन्हें जब देखता हूं तो मैं राम राम कहता हूं।
वहीं शोभायात्रा को लेकर स्पेशल सीपी (उत्तरी क्षेत्र की कानून व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने शनिवार देर रात कहा, स्थिति नियंत्रण में है। हम हर घर में जा रहे हैं और सभी निवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध कर रहे हैं। हम अफवाह फैलाने वाले या उपद्रवी तत्वों से निपटने में सख्ती बरत रहे हैं। हम शांति स्थापित करने के लिए सभी समुदाय के सदस्यों के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं।