चैत्र में पडी रही जेष्ठ माह की गर्मी, लोग परेशान
लखनऊ। जिस तरीके से मार्च के महीने में गर्मी का पारा 40 डिग्री के ऊपर जा रहा है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है आने वाले दिनों में किस तरीके से गर्मी उत्पात मचाएगी।चैत्र का महीना अभी चल रहा है गर्मी के हालात जेष्ठ के महीने के बन गए हैं।आताताई पड़ रही गर्मी की वजह से लोगों को घरों से निकलना अभी से मुश्किल हो गया है।
सुबह होते ही आसमान से बरस रहे आग के शोले लोगों को झुलसा दे रहे हैं।जिससे बचने के लिए लोग घरों में कैद होने के लिए विवश हो गए हैं।मौसम के बढ़ते लगातार तापमान के साथ साथ गर्म हवाओं के थपेड़ों ने सबको हिला दिया है।मार्च का महीना अंतिम पायदान पर है लेकिन गर्मी का पारा इस तरीके से चढ़ गया है जिसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की थी।40 डिग्री के ऊपर तापमान लगभग प्रतिदिन जा रहा है।जिससे उत्पन्न हो रही गर्मी लोगों को अभी से छकाने लगी हैं।गर्मी का असर इस तरीके से आम जनमानस पर पड़ रहा है कि सुबह है 9:00 बजे के बाद लोग अभी से घरों में लू के थपेड़ों से बचने के लिए कैद हो जाते हैं।आने वाले 30 और 31 मार्च को इससे भी अधिक गर्मी पढ़ने का अनुमान मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने लगाया है।
अगर इसी तरीके से आग के शोले अभी से बरसने लगे तो गर्मी के आगे के दिनों में लोग किस तरीके से गर्मी के तांडव से निपट पाएंगे इसको लेकर अधिकतर लोग हैरान और परेशान हैं।सबसे अधिक परेशानी गरीब मेहनतकश लोगों के सामने खड़ी होगी क्योंकि इनके पास गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं।फिलहाल जिस तरीके से होली से पहले से लेकर गर्मी का पारा चढ़ा है इसको लेकर हर कोई दंग रह गया है। इस तरीके की गर्मी कभी भी किसी ने पढ़ते हुए होली के पर्व से पूर्व नहीं देखी।चैत्र नवरात्र के बाद से कहीं गर्मी दिन के समय लोगों को पसीने छूटते थे। लेकिन इस बार जेष्ठ के महीने में पढ़ने वाली गर्मी का पार अभी से लोगों को पसीने से डूबो हो ही नहीं रहा है बल्कि इस तरीके से परेशान कर रहा है कि कामों को कम कर पा रहे हैं और इससे बचने के उपाय ज्यादा ढूंढ रहे हैं।