31 पुल, 6 फ्लाईओवर और 18 KM एलिवेटेड रोड, 45 मिनट में पूरा होगा 3 घंटे का सफर
63 किलोमीटर लंबे लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे एक्सप्रेसवे पर 18 किमी एलिवेटेड रूट रहेगा. 6 लेन मेन में बन रहे इस एक्सप्रेसवे को8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है.
लखनऊ–कानुपर एक्सप्रेसवे 4,700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।
लखनऊ में शहीद पथ से शुरू होते हुए यह एक्सप्रेसवे कानपुर तक जाएगा।
फिलहाल, इन शहरों के बीच की दूरी सड़क मार्ग से 93 किलोमीटर है।
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ और कानपुर के बीच एक ऐसा एक्सप्रेसवे बन रहा है, जिसके बनने के बाद इन दोनों शहरों के बीच कीदूरी डेढ़ 2 घंटे 3 घंटे से घटकर सिर्फ 45 मिनट रह जाएगी, लखनऊ–कानपुर 6 लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है और2024 तक इसके बनकर तैयार होने की उम्मीद है, इस एक्सप्रेसवे की मदद से लखनऊ– कानपुर पर हैवी ट्रैफिक का लोड भी कम होगा, साथ ही इसे गंगा एक्सप्रेसवे और शहीद पथ से भी जोड़ा जाएगा।
लखनऊ से कानपुर के बीच बनाया जा रहा यह पहला एक्सप्रेसवे होगा, जो मुख्य सड़क पर ट्रैफिक को कम करने के लिए लखनऊ रिंगरोड से जोड़ा जाएगा, इस अहम रोड प्रोजेक्ट को भारतमाला परियोजना के तहत 4,700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है, आइये जानते हैं इस एक्सप्रेसवे का रूट और इसकी खासियतें।
63 किमी. लंबा एक्सप्रेसवे 6 लेन एक्सेस कंट्रोल लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे, इन दोनों शहरों के बीच रोड कनेक्टिविटी में सुधारकरेगा. कुल 63 किमी लंबा यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से कानपुर की दूरी की यात्रा का समय आधा कर देगा. लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवेदोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को 1.5 से 3 घंटे से घटाकर लगभग 45 से 50 मिनट कर देगा. इन शहरों के बीच की दूरी सड़कमार्ग से 93 किलोमीटर है।
लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे एक्सप्रेसवे पर 18 किमी एलिवेटेड रूट रहेगा और 45 किमी ग्रीन फिल्ड पर नया रूट बनाया जाएगा. इसपरियोजना में 3 प्रमुख पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और 6 फ्लाईओवर शामिल होंगे।
कहां से होगा शुरू,कहां होगा खत्म? फिलहाल 6 लेन मेन में बन रहे इस एक्सप्रेसवे को 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. रोड परट्रैफिक कम करने के लिए लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा. यह एक्सप्रेसवे 3.5 किलोमीटर तकनेशनल हाईवे 25 के समानांतर चलेगा, लखनऊ में शहीद पथ से शुरू होते हुए नवाबगंज को बंथरा, बनी, दतौली कांठा, तौरा, नेओरना, अमरसास और रावल के माध्यम से कानपुर से जोड़ेगा।
राजधानी लखनऊ और कानपुर दोनों व्यापारिक दृष्टि से उत्तर प्रदेश के 2 बड़े शहर हैं. ऐसे में इन दोनों शहरों के बीच बेहतर रोडकनेक्टिविटी और ट्रैवल टाइम कम होने से राज्यों के नागरिकों को बहुत फायदा मिलेगा।