चुनाव के बाद बढ़ी बेतहासा महंगाई: कांग्रेस
137 दिनों तक जनता का वोट लेने के लिए स्थिर रहे दाम- कांग्रेस
सरकारी आकड़े के मुताबिक बेरोजगारी में भारी वृद्धि- कृष्णकांत पाण्डेय
उत्तर प्रदेश में चुनाव के बाद जिस तरह से मंहगाई की मार आम जनता को झेलनी पड़ रही है। कांग्रेस पार्टी 31 मार्च से 7 अप्रैल तक ‘‘मंहगाई मुक्त भारत अभियान’’ की शुरूआत तीन चरणों में करने जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता कृष्णकांत पाण्डेय ने बताया कि जनता का वोट हासिल करने के लिए पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेण्डर, पीएनजी, सीएनजी, की कीमतें 137 दिनों तक अपरिवर्तित रहीं वह कौन सी स्थिति आज पैदा हो गयी कि पिछला सप्ताह घर के बजट के लिए एक बुरा स्वप्न सा हो गया है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रतिदिन अच्छी खासी बढ़ रही हैं वहीं गैस की कीमतों में बेतहासा वृद्धि हुई है। सच तो यह है कि अच्छे दिनों की लूट ने लोगों का बजट ही बिगाड़ दिया है।
श्री पाण्डेय ने आगे कहा कि बीजेपी की सरकार पूर्व की भांति पुनः 137 दिनों के बाद जेब काटना शुरू कर दी है जिससे मध्यम वर्ग, आम लोग, नौकरी पेशा, गृहणीया, हर कोई परेशान दिखाई दे रहा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने ‘‘महंगाई मुक्त भारत अभियान’’ कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। 31 मार्च 2022 को पूर्वान्ह 11ः00 बजे कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता जनता के साथ अपने घरों के बाहर एवं सार्वजनिक स्थानों पर सिलेंडर, स्कूटर/बाइक, खाली पेट्रोल/डीजल के डिब्बे आदि पर माल्यार्पण कर विरोध प्रदर्शन करेंगे तथा कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ इस गूंगी बहरी भाजपा सरकार का ध्यान आकर्षित करेंगे।
श्री पाण्डेय ने आगे बताया कि दो से चार अप्रैल 2022 के बीच पूर्वान्ह 11ः00 बजे जिला मुख्यालयों पर लोगों के साथ जिला/शहर कांग्रेस कमेटियां ‘‘ महंगाई मुक्त भारत’’ धरना एवं मार्च का आयोजन करेंगीं। 7 अप्रैल 2022 को पूर्वान्ह 11ः00 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता, फ्रंटल संगठन, विभाग और प्रकोष्ठ, श्रमिक संघों, यूनियनों एवं नागरिक/सामाजिक समूहों के साथ राज्य मुख्यालय पर महंगाई मुक्त भारत धरना एवं मार्च आयोजित होगा जिसमें सभी जिला शहर कांग्रेस कमेटियां, ब्लॉक कांग्रेस, फ्रंटल संगठन, विभाग और प्रकोष्ठों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होगी।
श्री पाण्डेय ने बताया कि नियोजन विभाग के आकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय तमाम पड़ोसी राज्यों से कम है। वहीं पर कांग्रेस शासति राज्यों से काफी कम है। वहीं पर बेरोजगारी दर उत्तर प्रदेश में 2016 मे मुकाबले 2021 तक 6 प्रतिशत से ज्यादा गिर गयी है। अच्छा होता यदि बीजेपी अपने मेनिफेस्टो में यह भी लिखती कि चुनाव के बाद हम बेतहाशा वृद्धि सामानों के दामों में करेंगे।