अपराध
विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या

बसपा विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई है, उनकी सुरक्षा में 2 गनर लगे थे, जिनमें से एक की मौत हो गई है।
प्रयागराज। शहर के चर्चित विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले में गवाह उमेश पाल को घर में घुसकर गोली मार दी गई। बमबाजी भी की गई। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक, उमेश पर सुलेम सराय स्थित उसके घर में घुसकर हमला किया गया है। वह साल 2005 में हुए बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड का गवाह है। राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ है।
परिवार ने लिया अतीक अहमद का नाम
परिवार वालों का आरोप है कि गैंगस्टर अतीक अहमद के इशारे पर ये हमला हुआ है, हमले के बाद मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे और आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं, CCTV खंगाल कर पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि हमलावर कौन थे।
राजू पाल की हत्या
यूपी में साल 2004 के आम चुनाव में फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद को सांसद चुना गया था, इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी, इस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को टिकट दिया था, लेकिन, बसपा ने उसके सामने राजू पाल को खड़ा किया, उस उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई को हरा दिया था।
उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक बने राजू पाल की कुछ महीने बाद ही 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, इस हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हुई थी, दो अन्य व्यक्ति भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे, हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था, उमेश पाल इस जानलेवा हमले के मुख्य गवाह थे।