सपा की हिन्दू विरोधी मानसिकता एक बार फिर उजागर, सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने मंदिरों पर दिया विवादित बयान
समाजवादी पार्टी की हिंदू विरोधी मानसिकता समय समय पर उजागर होती रहती है, सपा सांसद रामजी लाल सुमन के बाद अब सपा महासचिव इंद्रजीत सरोज ने विवादित बयान दिया, कहा कि अगर भारत के मंदिरों में ताकत होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद ग़ज़नवी और मोहम्मद गौरी जैसे लुटेरे देश में नहीं आते, उन्होंने बीजेपी, बसपा और तुलसीदास पर भी निशाना साधा।

कौशांबी (करण वाणी)। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में अंबेडकर जयंती के मौके पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक इंद्रजीत सरोज ने बीजेपी, बसपा और तुलसीदास पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि हमें नकली हिंदू बनाकर हमारे वोट का सौदा किया जाता है, कुछ लोग सत्ता की गद्दी पर बैठकर हेलीकॉप्टर में घूमते हैं और राम का नारा लगाकर जनता को गुमराह करते हैं।
उन्होंने मंदिरों की ताकत पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर भारत के मंदिरों में ताकत होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद ग़ज़नवी और मोहम्मद गौरी जैसे लुटेरे देश में नहीं आते. असली ताकत सत्ता के मंदिर में है, जहां बाबा लोग सत्ता का आनंद ले रहे हैं, राम का नारा लगाने से कुछ नहीं होगा, जय भीम का नारा लगाइए तो आप आगे बढ़ेंगे।
तुलसीदास को लेकर भी कही विवादास्पद बात
इंद्रजीत सरोज ने खुद को जय भीम का सच्चा अनुयायी बताते हुए कहा कि इस नारे की बदौलत वे पांच बार विधायक और एक बार मंत्री बने, तुलसीदास को लेकर उन्होंने विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि तुलसीदास ने लिखा कि अगर कोई नीच जाति का व्यक्ति पढ़-लिख जाए तो वो सांप के दूध पीने जैसा होता है, उन्होंने हमारे लिए बहुत कुछ लिखा, लेकिन अकबर के समय मुसलमानों के खिलाफ कुछ नहीं लिखा. शायद उनकी हिम्मत नहीं पड़ी।
बसपा सुप्रीमो पर निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए सरोज ने कहा कि करछना में चमार बिरादरी के युवक को ज़िंदा जला दिया गया, लेकिन मायावती नहीं आईं. उन्होंने समाज को बर्बाद कर दिया है. सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि करणी सेना को खुली छूट है. वे समाजवादी नेताओं को गालियां देते हैं, लेकिन उन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं होता. हमारे समाज का गरीब अपनी बेटियां बेच रहा है, उनके पास शादी कराने तक के पैसे नहीं हैं।