अपराध

पाकिस्तान से जुड़ रहे संभल हिंसा के तार, दुबई में छिपे गैंगस्टर से है कनेक्शन

संभल हिंसा के दौरान मारे गए बिलाल अंसारी और अयान की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है, हत्या के आरोप में जिस आरोपी मुल्ला अफरोज को गिरफ्तार किया गया है वह दुबई में छिपे गैंगस्टर और प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी शारिक साठा गैंग से जुड़ा है।

संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के तार एक बार फिर पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं. हिंसा के दौरान मारे गए बिलाल अंसारी और अयान की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी का भी पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है. क्योंकि, हत्या के आरोप में जिस आरोपी मुल्ला अफरोज को गिरफ्तार किया गया है वह दुबई में छिपे गैंगस्टर और प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी शारिक साठा गैंग से जुड़ा है, जिसको लेकर दावा किया जाता है कि वह डी-कंपनी के लिए काम करता है।

वहीं, एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने भी पाकिस्तानी कनेक्शन को लेकर खुलासा करते हुए कहा है कि संभल हिंसा में पाक समर्थित तत्वों ने हिस्सा लिया था और देश की सुरक्षा को खराब करने का पूरा प्रयास किया गया था. SP ने बताया कि गिरफ्तार किए गए मुल्ला अफरोज के मोबाइल से एक कॉलिंग एप्लीकेशन मिली है. दुबई में बैठा संभल हिंसा की स्क्रिप्ट लिखने वाला शारिक साठा इसी कॉलिंग ऐप के जरिए भारत में अपने गुर्गे से बात करता था. SP ने यह भी कहा कि संभल के कई लड़के यहां से फरार होकर पाकिस्तान में ऑपरेट हो रहे हैं, इस तरह की खुफिया सूचनाएं भी मिली हैं।

दरअसल, सबसे पहले 3 दिसंबर को जामा मस्जिद के पीछे हिंसा वाले घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में निर्मित 9mm का एक जिंदा कारतूस और एक खोखा मिला था. जिसके बाद संभल हिंसा के तार पहली बार पाकिस्तान से जुड़े और उसके बाद पुलिस की खुफिया एजेंसी से लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसी तक अलर्ट हो गई थीं.

दूसरी बार संभल हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन की एंट्री 17 जनवरी को हुई, जब संभल के मोहम्मद आकिल नाम के युवक द्वारा हिंसा का जिक्र करते हुए पाकिस्तानी मौलवी से बातचीत का वीडियो सामने आया. आकिल पाकिस्तानी मौलवी से संभल हिंसा के दौरान मारे गए युवकों को शहीद बोलने या नहीं बोलने का सवाल पूछ रहा था. इसके अलावा हिंसा के दौरान भीड़ के द्वारा पत्थरबाजी की बात भी स्वीकार करता हुआ दिख रहा था.

फिलहाल, पुलिस की दो टीमें संभल निवासी आकिल की तलाश कर रही हैं. पुलिस की टीमों के साथ खुफिया एजेंसियां भी जांच भी कर रही हैं. पुलिस जानना चाहती है कि संभल के जिस युवक ने सीधे पाकिस्तानी मौलवी से संपर्क किया उसके पीछे कोई और है या फिर केवल इसी लड़के ने काम किया, साथ ही उसका असली मकसद क्या था?

इसके बाद संभल हिंसा का तीसरी बार पाकिस्तान कनेक्शन 19 जनवरी को सामने आया, जब हिंसा के दौरान मारे गए बिलाल अंसारी और अयान की हत्या के आरोप में दुबई में बैठे D-कंपनी से जुड़े गैंगस्टर शारिक साठा गैंग के गुर्गे मुल्ला अफरोज को पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई. इसको लेकर एएसपी श्रीशचंद्र ने कहा था कि संभल हिंसा के दौरान शारिक साठा गैंग का गुर्गा मुल्ला अफरोज हिंसा के दौरान मौके पर मौजूद था और उसी की गोली से बिलाल और अयान की मौत हुई थी।

संभल हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए मुल्ला अफरोज के पास से मिले मोबाइल फोन की जांच पड़ताल के बाद पुलिस अधिकारियों का दावा है कि आरोपी आपस में वॉट्सएप कॉल पर नहीं बल्कि इसी ऐप के जरिए बातचीत करते थे. ऐसे में संभल पुलिस को आशंका है कि कहीं संभल हिंसा की स्क्रिप्ट लिखने के लिए भी तो इसी ऐप का इस्तेमाल नहीं हुआ है. इसलिए पुलिस अब मोबाइल फोन की क्लोनिंग और फॉरेंसिक परीक्षण भी कराएगी, इससे कुछ और चीजें भी निकलकर सामने आएंगी तो कई अहम सबूत पुलिस के हाथ लग सकते हैं.

शारिक साठा पर 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. वह साल भर में 500 से ज्यादा गाड़ियां चोरी करता था. उसके गैंग के अधिकतर सदस्य संभल जिले के दीपा सराय, तीमारदास सराय इलाके के रहने वाले हैं. उसी में से एक व्यक्ति मुल्ला अफरोज है, जिसके खिलाफ पहले से 9 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं. किसी ने इस मुल्ला अफरोज की शारिक साठा गैंग से बातचीत होने की जानकारी दी थी. जिसके बाद इसको हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गई तो इसके गैंग के अन्य लोगों के साथ पिस्टल की फोटो सामने आई।

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