नगर पंचायत शिवगढ़ की सड़को पर फैली गंदगी उड़ा रही स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां
नगर का संबंध सीधा सुव्यवस्था से जोड़ा जाता है। नगरों में अपेक्षाकृत नागरिक सुविधाओं के बेहतरी की उम्मीद की जाती है। लेकिन नगर पंचायत शिवगढ़ की उदासीनता के कारण कहीं सड़कों पर तो कहीं सड़क के किनारे जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
राजेश सिंह/करण वाणी
रायबरेली। प्रधानमंत्री की पहल पर पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में इस अभियान को गति देने के लिए शासन प्रशासन पूरा जोर लगाए हुए हैं। वही रायबरेली ज़िले की नवसृजित नगर पंचायत शिवगढ़ में इस अभियान की हवा निकल गई है। नगर पंचायत की उदासीनता के कारण कहीं सड़कों पर तो कहीं सड़क के किनारे जगह-जगह कूड़े कचरे का ढेर लगा हुआ है। नगर पंचायत शिवगढ़ के माधव खेड़ा होते हुए सिंहपुर जाने वाली सड़क के दोनों तरफ़ काँटों वाली झाड़ियाँ खाड़ी है, सड़क पर कूड़े कचरे का ढेर लगता है। इस व्यस्ततम सड़क पर सुबह से देर रात तक लोगों का आवागमन जारी रहता है। सड़क के किनारे पड़ा मलमूत्र व कूड़े के ढेर से निकलने वाली दुर्गंध से राहगीरों को परेशानी होती है। गंदगी और झाड़ियों से आधी सड़क पट जाती है। जिससे इस रास्ते से गुजरने वालों को काफी परेशानी होती है। नगर पंचायत शिवगढ़ की उदासीनता का आलम यह है कि यहां अधिकारी व कर्मचारी मनमाने ढंग से कार्य करते हैं।
लोगों ने बतायी अपनी समस्या
गाँव के लोगों का कहना है कि जगह- जगह कचरे का ढेर है। नालियों की साफ-सफाई भी नियमित अंतराल से नहीं हो रही है। मच्छर उन्मूलन के लिए फागिंग मशीनों से मच्छर नाशक दवाओं का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है। लोग अपने घरों में तो मच्छर मारने के इंतजाम कर रहे हैं, लेकिन मच्छरों की फौज के आगे सारे उपाय बेकाम साबित हो रहे हैं। नगर पंचायत अधिकारी से कचरे और नाली की सफाई कर मच्छर उन्मूलन अभियान अविलंब प्रारंभ करने की मांग है।
सिंहपुर गाँव के निवासी राम बरन सिंह ने कहा कि सफाई की बात हो, सड़क की बात हो या फिर अन्य तरह की सुविधाओं की। नगर पंचायत बनने के बाद कोई कार्य नहीं हुआ। चारों तरफ गंदगी ही गंदगी। जगह-जगह सड़कों पर बहता नाले का गंदा पानी, पसरा हुआ कूड़ा-कचरा। वार्ड की सफाई और अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुकी सड़क की हालत किसी से छिपी नहीं है। नगर पंचायत से अच्छा पहले हमारी ग्राम पंचायत थी, जब ग्राम पंचायत थी तब सड़क की सफ़ाई व विद्युत व्यवस्था बेहतर थी, अब न तो सड़कों की सफ़ाई होती है। और न ही बिजली टाइम पर मिलती है।
सिंहपुर के निवासी निहाल सिंह का कहना है कि सड़क पर दोनों तरफ़ फैली झाड़ियों की वजह से सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़क के दोनों तरफ़ गंदगी का अंबार है साफ-सफाई के अभाव में यहां से पैदल निकलने में लोग हिचकिचाते हैं लेकिन नगर पंचायत के सफाई कर्मियों व ज़िम्मेदार अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है। मच्छरों से पुरा गाँव त्रस्त हैं, मगर कोई देखने-सुनने वाला नहीं है। लोग घरों में मच्छरमार अगरबत्ती, आलआउट लिक्विड, नीम का धुआं और कई जतन करने के बाद भी हलाकान हैं। मच्छरों की बढ़ती संख्या से लोगों को मलेरिया और डेंगू रोग से पीडि़त होने का डर सताने लगा है।
गाँव के ही निवासी हरिबरन सिंह का कहना है कि गंदगी होने से लोगों को सड़क से निकलने के लिए मुंह पर कपड़ा रखना पड़ता है। लेकिन उसके बावजूद भी पालिका के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है। लेकिन नगर पंचायत को साफ सफाई के दावे करने वाली नगर पंचायत के दावे हवाई साबित होते दिख रहे है। जिसका सीधा उदाहरण सड़क पर पड़ी गंदगी से देखने को मिल रहा है।