थाना बंथरा: योगी सरकार को बदनाम करने की रची गई बड़ी साज़िश, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसी कोई चोट नहीं जो मृत्यु का कारण बने
पुलिस कस्टडी में अवनीश सिंह ने मृतक ऋतिक पांडे को श्रद्धांजलि देते हुए कहा ऋतिक तुम जहा भी हो तुमको मेरी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि तुम्हारे ना रहने का दुख मुझे भी हैं। मेरी सामजिकता से डरे हुए लोगो ने षड्यंत्र करके मुझे फँसाया है, मुझे योगी जी की न्याय व्यवस्था और पुलिस पर पूरा भरोसा है, मुझे न्याय मिलेगा।
पंकज सिंह चौहान
बंथरा, लखनऊ। विगत दिनों थाना बंथरा अंतर्गत बंथरा गांव में दो पक्षों में हुए विवाद को लेकर युवक की हुई मृत्यु की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है जिसके कारण बिसरा रिपोर्ट सुरक्षित रख ली गई है । थाना बंथरा क्षेत्र के बंथरा गांव में विगत दोनों हुई घटना में रितिक पाण्डेय नाम के युवक की मृत्यु हो गई थी जिसके पोस्टमार्टम के उपरांत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट न होने के कारण बिसरा रिपोर्ट सुरक्षित रख ली गई है, घटना को लेकर ब्राह्मण वर्ग के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
घटना को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं क्षेत्र में व्याप्त है लेकिन प्रश्न यह उठता है कि घटना के संदर्भ में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में पांच लोगों को नामजद तथा 10 अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, इतने लोगों के मारपीट में शामिल होने पर मृतक के शरीर में केवल एक चोट कान के ऊपर दर्शाई गई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु के कारण में इस चोट को कारण नहीं माना गया है जिसके कारण बिसरा को सुरक्षित रख लिया गय।है।
पुलिस की कठोर कार्रवाई के बवजूद सरकार एवं पुलिस प्रशासन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन
बताया जाता है कि इस घटना को लेकर बंथरा थाने की पुलिस ने क्षत्रिय परिवारों के घरों पर अपना सख्त पहरा लगा रखा है किसी कोभी घर आने जाने की मनाही है , तमाम निर्दोष क्षत्रिय परिवार पुलिस के डर के कारण अपना घर छोड़कर पलायन कर गए हैं, जोनामजद अभियुक्त है उन सबकी गिरफ़्तारी हो चुकी, 10 अज्ञात लोगों में पुलिस जिसे चाहेगी उसे पड़कर हवालात में भेज देगी इस डर के कारण बंथरा गांव के क्षत्रिय परिवार के लोग बहुत ही भयभीत हैं इसी डर और पुलिस के कड़े पहरे के कारण क्षत्रिय परिवार के लोग गांव छोड़कर अन्य स्थानों पर रहने के लिए चले गए हैं यही नहीं पुलिस ने कई वाहनों को भी जब्त कर लिया है । निर्दोष लोगों के पलायन को लेकर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश भी है।
बंथरा पुलिस की इतनी कठोर कार्रवाई के बवजूद सरकार एवं पुलिस प्रशासन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया गया, वहीं भाजपा के ही एक जाति विशेष के लोगों ने योगी सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, भाजपा के नेताओं ने ही विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मिलकर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया। सूत्रों की मानें तो सरकार में बैठे एक बड़े नेता के इशारे पर योगी सरकार के ख़िलाफ़ माहौल बनाने का प्रयास किया गया। क्षेत्र में चर्चा का विषय है कि सरकार की पार्टी के लोग ही सरकार का विरोधकर के सरकार के कामों पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं ।
पाँच आरोपियों ने पुलिस के सामने किया सरेंडर
लखनऊ के बंथरा में ऋतिक पांडेय हत्याकांड में पाँच लोगों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। घटना के बाद से सभी आरोपी फरारथे। अविनाश उर्फ लवी सिंह, हिमांशु सिंह, प्रत्युष सिंह, अमन सिंह, प्रमांशू सिंह ने बंथरा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया, पुलिस नेपांचों आरोपियों को जेल भेज दिया। हालाँकि पुलिस ने अपनी प्रेस नोट में गिरफ़्तार करने का ज़िक्र किया है। वहीं सूत्रों की मानें तोपांचों आरोपियों ने अपने आपको बंथरा थाने में सरेंडर किया है।
अवनीश निर्दोष है, लवी को न्याय दो सोशल मीडिया पर चली मुहिम
थाना बंथरा क्षेत्र के बंथरा गांव में विगत दोनों हुई घटना में गिरफ़्तार हुए अवनीश सिंह लवी के पक्ष में सोशल मीडिया पर लोगों ने एक मुहिम चलायी अवनीश निर्दोष है, लवी को न्याय दो, सोशल मीडिया पर लवी के पक्ष में उनके समर्थक एक मुहिम चला रहे हैं। लोगों का मानना है कि लवी निर्दोष हैं लवी की सामाजिकता और बढ़ते पद प्रतिष्ठा को देखते हुए लवी को फँसाने की बड़ी साज़िश की गई। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि अवनीश उर्फ लवी सिंह व अन्य को सुनियोजित तरीके से फसाया जा रहा है। मृत्यु हार्ट अटैकसे हुई और मामला हत्या का बनाया जा रहा है। वहीं क्षेत्र में चर्चा का विषय है कि मृतक को 2016 में पहला हार्ट अटैक पड़ा 2019 को दूसरा हार्ट अटैक पड़ा।
अपने बच्चों की कसम खा के कह सकता हू की मैंने एक थप्पड़ भी नहीं माराः अवनीश सिंह
पुलिस गिरफ़्तारी के बाद अवनीश सिंह ने कहा ऋतिक तुम जहा भी हो तुमको मेरी अश्रुपूरित श्रद्धांजलि तुम्हारे ना रहने का दुख मुझे भी है। मैं अपने बच्चों की कसम खा के कह सकता हू की मैंने एक थप्पड़ भी नहीं मारा आज जिस तरह से मुझे और मेरी सामजिकता से डरे हुए लोगो ने षड्यंत्र कर के आज मुझे फसाया है उनसे कहना चाहूंगा आज मैंने बंथरा पुलिस और सूबे के मुख्यमंत्री जी की न्याय व्यवस्था पर आस्था जताते हुए खुद को सौप चूका हू आज का दिन मेरे मनोबल को मजबूत करेगा सब जानते है समुद्र मंथन मे भगवान को भी विष पान करना पड़ा, अहिल्या को पत्थर बनना पड़ा, माता सीता को अपनी पवित्रता साबित करने के लिए अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा, और हाँ है एक जरूरी निवेदन है की मुझे फ़ासी होंगी अगर मै गुनेहगार हू तो, लेकिन अगर मै निर्दोष हुआ तो क्या मेरे लिए फ़ासी की मांग करने वाली कैंडल टीम मेरी इज्जत और अस्मिता लौटाएगी ख़ैर मैं जा रहा हू आज अकेला पर कल कोई और निर्दोष लवी ना जाये इसके लिए समाज के हर वर्ग विशेष से कहूंगा साथ सही का दे किसी भी हाल में कोई जातिगत मुद्दा ना बनाये मेरे परिवार की बंथरा बाजार मे हर जाती और वर्ग के लोगो को मेरे पिता आप सबके काका ने बँथरा बाज़ार में बसाया उन्होंने कभी बिरादरीवाद नहीं किया बचपन में पापा कहा करते थे बेटा लवी मोमबत्ती को भी आखरी मे ही पता चलता है की उसे धागे ने ही खतम किया जिसे वो सीने से लगाए फिरती थी।