खुलेआम सड़क किनारे लगाई जा रही मांस की दुकान, प्रशासन मौन
बकरों को बलि देने से लेकर मीट की बिक्री के लिए सरकार ने जो मानक तय किए हैं उसका पालन नहीं हो रहा है। ऐसा कर मीट व्यवसायी ग्राहकों को खतरे में डाल रहे हैं।
- रवि सिंह चौहान/करण वाणी, न्यूज़
फतेहपुर/खागा। नगर पंचायत खागा में सड़क किनारे अवैध रूप से संचालित चिकन और मटन की दुकानदारों पर जिला प्रशासन की नजर नहीं जा रही है। यही कारण है कस्बे के दुकानदार खुले में मटन बेच रहे हैं। बकरों को बलि देने से लेकर मीट की बिक्री के लिए सरकार ने जो मानक तय किए हैं उसका पालन नहीं हो रहा है। ऐसा कर मीट व्यवसायी ग्राहकों को खतरे में डाल रहे हैं। पूर्वी बाईपास सहित कई कई स्थानों पर नियमों की अनदेखी कर खुलेआम सड़कों पर मांस बेचा जा रहा है। इन दुकानों पर मांस को बिना ढके टांगा जाता है, जिन पर मक्खियां भिनभिनाती रहती है। हैरत की बात यह है कि कुछ दुकानदार अस्वस्थ बकरे और मुर्गे भी काट लोगों में बीमारी परोस रहे हैं। साफ-सफाई के अभाव में तेज दुर्गंध निकलती है। लेकिन दुकानों के संचालकों पर कोई असर नहीं पड़ता है।
मानकों का ख्याल है जरूरी
अवैधे मांस की बिक्री पर प्रतिबंध है। कारोबार करने वालों के पास एक कमरा होना चाहिए, जिसमें मांस का उत्पादन व बिक्री की अलग-अलग जगह निर्धारित हो। वध किए जाने वाले बकरे का स्वस्थ रहना सबसे अहम है। पशु चिकित्सा विभाग, नगर परिषद और पुलिस को कार्रवाई की शक्तियां है।
एक दो को छोड़कर किसी के पास भी मांस, मुर्गा और दुकान विभाग से निबंधित नहीं, कार्रवाई के नाम पर होती है खानापूर्ति, पशु चिकित्सा विभाग, नगर पंचायत और पुलिस प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई खागा पूर्वी बाईपास के पास खुले में अवैध रूप से हाे रही मांस की बिक्री।