उत्तर प्रदेश

एनयूजे ने मुख्यमंत्री से की मांग, जौनपुर के पत्रकार के हत्यारों को जल्द मिले सख्त सजा

प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद से मिला एनयूजे का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर आशुतोष श्रीवास्तव के परिजनों के लिए मांगी आर्थिक मदद

लखनऊ। जौनपुर के दिवंगत पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव के हत्यारों को जल्द और सख्त सजा मिले, ऐसी मांग एनयूजे की उत्तर प्रदेश इकाई ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सक्सेना, प्रदेश संरक्षक द्वे के बक्श सिंह एवं अजय कुमार, प्रदेश कोषाध्यक्ष अनुपम चौहान एवं लौकेश सिंह ने बुधवार को लोकभवन स्थित कार्यालय में प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद से भेंट कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से हत्यारोपियों के लिए सख्त सजा और परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की मांग उठाई गई है। एनयूजे के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रमोद गोस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश भर में उनके बेहतर कानून-व्यवस्था के मॉडल को लेकर सराहा जा रहा है। इसी कड़ी में उनसे यह अपेक्षा भी बढ़ जाती है कि पत्रकारों की कलम रोकने की हिमाकत करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ भी ऐसी सख्त कार्रवाई कर नजीर स्थापित करें। आशा है मुख्यमंत्री ऐसी व्यवस्था करेंगे कि पत्रकारों की कलम रोकने की कोशिश करने से पहले माफिया सौ बार सोचेंगे।

एनयूजे के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सक्सेना ने प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को जौनपुर के पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की नृशंस हत्या के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की 13 मई, 2024 को जौनपुर में गोली मारकर गोतस्करों द्वारा हत्या कर दी गई थी। अभी तक इस घटना में नामजद आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाना तो दूर पकड़ा तक नहीं जा सका है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा में घोर लापरवाही बरती जा रही है। श्री श्रीवास्तव ने अपनी हत्या से पूर्व पुलिस से इस बात की शिकायत भी की थी कि कुछ अराजक तत्व उनकी जान के पीछे पड़े हैं। इसके बावजूद भी पुलिस ने उनकी शिकायत की कोई परवाह नहीं की, जिसका परिणाम यह हुआ की श्री श्रीवास्तव असमय ही काल के गाल में समा गए।
प्रदेश संरक्षक के बक्श सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्रकारों के लिए मजबूत सुरक्षा कानून बनाने की मांग लाजमी है। हमें विश्वास है कि मुख्यमंत्री इस ज्ञापन का संज्ञान लेते हुए पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़ा कदम उठाएंगे।
संरक्षक अजय कुमार ने कहा कि आशुतोष श्रीवास्तव के मामले में लापरवाह जौनपुर पुलिस और प्रशासन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आरोपी का पुलिस हिरासत से भाग जाना घोर लापरवाही है। पुलिस एक सप्ताह से उसे खोजते फिर रही है, अभी तक वह पुलिस की पकड़ से बाहर ही है।

प्रदेश कोषाध्यक्ष अनुपम चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्रकारों को काफी अपेक्षाएं हैं। पत्रकारों के लिए मजबूत सुरक्षा कानून बनाया जाना अति आवश्यक हो गया है। जिससे पत्रकार भाई-बहन भी निर्भयतापूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकें। उन्होंने कहा कि कई बार मौखिक और लिखित रूप में इस मांग को उठाने के बावजूद सरकार एवं शासन का ध्यान इस ओर नहीं गया है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि पत्रकारों को सच उजागर करने पर अपराधियों और माफियाओं की गोली का शिकार होना पड़ रहा है।

प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. अतुल मोहन सिंह ने बताया कि एनयूजे प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को ज्ञापन सौंपकर जौनपुर के दिवंगत पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव के परिवार के भरण-पोषण के पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग उठाई है। इसके साथ ही, भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए प्रदेश के सभी पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके, ऐसी स्थायी व्यवस्था करने का आग्रह किया है।

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