जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने ली समाधि, पीएम मोदी ने जताया शोक
कर्नाटक के बेलगांव के चिक्कोड़ी में साल 1946 में जन्मे आचार्य विद्यासागर ने शनिवार देर रात समाधि ले ली। वह पिछले तीन दिनों सेउपवास और मौन धारण किए हुए थे।
डोंगरगढ़: जैन धर्म में दिगंबर मुनि परंपरा के आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने अपना शरीर त्याग दिया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ केडोंगरगढ़ स्थित चन्द्रगिरि तीर्थ में शनिवार (17 फरवरी) की रात 2:35 पर समाधि ली। वहीं इससे पहले उन्होंने आचार्य पद का त्याग करदिया था और तीन दिन का उपवास और मौन धारण कर लिया था। तीन दिन उपवास के बाद उन्होंने शरीर त्याग दिए।
पीएम मोदी ने जताया शोक
उनके समाधि लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा, “आचार्य श्री108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवन पर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ–साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने मेंजुटे रहे।“
पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर मेंउनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी। तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था। समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।