एनयूजेआई कार्यकारिणी बैठक में बोले राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी, देशविरोध में लिप्त कथित पत्रकारों का समर्थन नहीं
वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गोस्वामी को मिला राष्ट्रीय संगठन मंत्री का दायित्व, हरीश सैनी बने राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
लखनऊ। पत्रकारिता का मूल सिद्धांत और उद्देश्य राष्ट्र–हित, समाज–हित और नागरिक अधिकारों का पक्षधर बनकर लोकतंत्र को सशक्त करना है। यही उद्देश्य और सिद्धांत पत्रकारों का भी होना चाहिए। जम्मू–कश्मीर के मामले में देश विरोधी ख़बरों के प्रसारण में लिप्त पाए गए कथित न्यूज पोर्टल संचालकों पर हुई कार्रवाई का समर्थन होना चाहिए। विदेशी फंडिंग के सहारे देश विरोधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने वाले न्यूज़ क्लिक मामले में भी केंद्र सरकार की कार्रवाई उचित है। देशविरोधी गतिविधि में शामिल लोगों की जांच हो, आरोपी बेनकाब किए जाएं। पत्रकारिता की आड़ लेकर देश और समाज का अहित करना गलत है। उक्त बातें नेशनल यूनियन ऑफजर्नलिस्ट्स इंडिया (एनयूजेआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने रविवार को लखनऊ में कहीं। वह एसआर कॉलेज, बख्शी कातालाब में आयोजित संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि एनयूजेआई संगठन के विस्तार के लिए सभी प्रदेश इकाइयों को सदस्यता अभियान चलाना है। उन्होंने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय के संचालन के लिए कोष में वृद्धि किए जाने पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि जिन राज्यों की इकाइयों का चुनाव नहीं हुआ है, वहां चुनाव कराए जाने के लिए चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश इकाई के संयोजक प्रमोद गोस्वामी को राष्ट्रीय संगठन मंत्री और हरीश सैनी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य का दायित्व दिए जाने की घोषणा की। भोपाल से आए राष्ट्रीय महामंत्री प्रदीप कुमार तिवारी ने कहा कि 23 जनवरी को संगठन का 52वां स्थापनादिवस देश भर के जिला मुख्यालयों पर मनाया जाए। इस उपलक्ष्य में देश के सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजकर संगठन केलिए सहयोग करने का अनुरोध किया जाए। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अरविन्द सिंह एवं संरक्षक कमलकांत उपमन्यु ने एक–एक लाख रुपये की धनराशि संगठन के समर्पित करने की घोषणा भी की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमएलसी एवं एसआर ग्रुप के चेयरमैन पवन सिंह चौहान ने कहा कि पत्रकार जीवन भर समाज के विभिन्नवर्गों के कल्याण के लिए संघर्ष करते रहते हैं, उनके निजी जीवन में होने वाली उथल–पुथल को कोई महसूस नहीं करता है। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों के परिजनों के लिए देश भर में कहीं भी रोजगार और नौकरी आदि दिलाने जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा किआप बायोडाटा भेजिए और योग्यता के अनुसार नौकरी लीजिये। प्रदेश संरक्षक सुरेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि नवोदित पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था संगठन करने जा रहा है। एनयूजे स्कूल ऑफ जर्नलिज्म इसकी रूपरेखा बना रहा है। इस दौरान लखनऊ जिलाध्यक्ष आशीष मौर्य, जिला महामंत्री पद्माकर पांडेय, जिला कोषाध्यक्ष अनुपम पांडेय के साथ अन्य पदाधिकारियों में मीनाक्षी सिंह, गरिमा सिंह, मनीषा सिंह, संगीता सिंह, अभिनव श्रीवास्तव, अश्वनी जायसवाल, पंकज सिंह चौहान, आलोक श्रीवास्तव, नरेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार दुर्वेन्द्र सिंह चौहान के साथ ही कार्यकारिणी बैठक में शामिल सभी प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश की इकाई घोषित : राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने उत्तर प्रदेश इकाई की घोषणा की। छह सदस्यों वाले संरक्षक मंडल में लखनऊ के प्रमोद गोस्वामी, सुरेन्द्र कुमार दुबे, अजय कुमार, के बक्स सिंह, वाराणसी से अरविंद सिंह एवं मथुरा से कमलकांत उपमन्यु शामिल हैं। लखनऊ के वीरेन्द्र सक्सेना को अध्यक्ष, बरेली के निर्भय सक्सेना, फिरोजाबाद के द्विजेंद्र शर्मा, वाराणसी के प्रदीप कुमार सिंह, सीतापुर के हिमांशु सिंह, चंदौली के संतोष यादव एवं आगरा के विवेक जैन को उपाध्यक्ष बनाया गयाहै। प्रतापगढ़ के संतोष भगवन को महामंत्री, लखनऊ के अनुपम चौहान को कोषाध्यक्ष एवं लखनऊ के ही डॉ.अतुल मोहन सिंह को प्रदेशप्रवक्ता घोषित किया गया है। मिर्जापुर के राकेश श्रीवास्तव, बदायूं के सचिन भारद्वाज, उन्नाव के अरुण अवस्थी, बाराबंकी के मजहरसलीम, रायबरेली के दुर्गेश मिश्रा, महोबा के केजी सिंह एवं प्रयागराज के कमल श्रीवास्तव को मंत्री/सचिव का दायित्व मिला है। इसके अतिरिक्त कार्यकारिणी सदस्यों में फर्रुखाबाद के प्रदीप गोस्वामी, सुल्तानपुर के मनोज कुमार, लखनऊ के किशन सेठ, अरुण शर्मा टीटू एवं एस.वी. सिंह उजागर एवं कासगंज के विक्रम पाण्डेय शामिल हैं।