एक्सीडेंट के बाद तड़प रहा था घायल, बीच सड़क पर ही डॉ. श्वेता सिन्हा ने CPR देकर बचायी जान
- पंकज सिंह चौहान
लखनऊ। कहते हैं जब कोई बीमार हो या किसी पीड़ा से ग्रस्त हो तो पहले भगवान का नाम मुंह से निकलता है, फिर डॉक्टर में ही उसे भगवान दिखता है। अगर आपके मुश्किल समय एक अच्छा डॉक्टर मिल जाए और प्यार और मानवता की भावना से आपकी देखभाल करे तो उससे ज्यादा कुछ भी अच्छा नहीं।
एक सड़क हादसे में घायल व्यक्ति तड़पता रहा, उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया और लोग तमाशबीन बने रहे। जब युवा डॉक्टर्स की नजर घायल पर पड़ी तो उन्होंने मौके पर ही उसका इलाज शुरू कर दिया। इससे घायल की जान बच गई।
कटीबगिया में एक वाहन की टक्कर से एक व्यक्ति घायल हो गया। देखते ही देखते वहां भीड़ लग गई, लेकिन घायल की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। इसी बीच प्रसाद मेडिकल कॉलेज की प्रोफ़ेसर डॉक्टर श्वेता सिन्हा अपने स्टूडेंट्स के साथ वहाँ से गुज़र रही थी उनकी नजर घायल पर पड़ी तो वे वहाँ रुक गई और मौक़े पर ही पेशेंट को CPR देकर इलाज शुरू कर दिया। प्राथमिक उपचार मिलने से युवक की जान बच गई। इसी दौरान लोगों ने 108 एंबुलेंस को खबर दी लेकिन काफ़ी टाइम तक एम्बुलेंस वहाँ नहीं पहुँची। पेशेंट को प्राइवेट वाहन से नज़दीकी प्रसाद हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहाँ उसका इलाज चल रहा है।
मदद के लिए आगे आए
प्रसाद मेडिकल कॉलेज की प्रोफ़ेसर डॉक्टर श्वेता सिन्हा ने कहा कि सड़क पर घायल को देखा तो उसका प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया। मानवता के नाते सभी को मदद के लिए आगे आना चाहिए। अगर घायल को समय पर सहायता मिल जाती है तो उसे बचाया जा सकता है।