केन्या के राष्ट्रपति ने विधायक डॉ राजेश्वर सिंह से की मुलाकात, दिया नैरोबी आने का न्योता
केन्या के राष्ट्रपति ने विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह को दिया नैरोबी आने का न्योता, तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं विलियम सामोई रुतो
जैव विविधता के संरक्षण के क्षेत्र में भारत और केन्या के बीच परस्पर सहयोग व साझेदारी की प्रबल संभावनाएं : डॉ. राजेश्वर सिंह
तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सेभेंट की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केन्या के राष्ट्रपति से भेंट के उपरांत कहा कि हमें भारत–केन्या संबंधों की संपूर्ण श्रृंखला की समीक्षाकरने का अवसर मिला है। हमने अपने देशों के बीच आर्थिक संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। हमारे देश प्रौद्योगिकी, डिजिटल नवाचार, स्वच्छ ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में भी मिलकर काम करेंगे।
तो वहीं केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो ने प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व जॉइंट डायरेक्टर और भारतीय जनता पार्टी के विधायकडॉ. राजेश्वर सिंह से मुलाकात की। भेंट के दौरान केन्या के राष्ट्रपति ने विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह को केन्या की राजधानी नैरोबी आनेका न्यौता भी दिया जिसके विधायक ने सहर्ष स्वीकार किया। केन्या के राष्ट्रपति से मुलाकात की जानकारी डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपनेऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट से दी।
इस दौरान डॉ. राजेश्वर सिंह केन्या के राष्ट्रपति के जीवन, उनके संघर्षों और उनके व्यक्तित्व से खासे प्रभावित हुए। उन्होंने कहा किविलियम सामोई रुतो अपने खेत से स्कूल तक नंगे पैर चलने से लेकर जीवनयापन के लिए छोटे–मोटे काम करने तक, सभी बाधाओं कोलगातार पार कर राष्ट्रपति बनने तक की उनकी यात्रा सभी के लिए प्रेरणादायक है।
विधायक ने विश्व के सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय एवं वन्यजीव पार्कों की सुरक्षा के लिए विलियम सामोई रुतो के प्रयासों की सराहना की औरबधाई भी दी। डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रकृति और वन्य जीवन को बढ़ावा देने पर जोर दे रहे हैं, जैवविविधता के संरक्षण के क्षेत्र में भारत और केन्या के बीच परस्पर सहयोग व साझेदारी की प्रबल संभावनाएं हैं।
बता दें कि सोमवार को राष्ट्रपति रुतो भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुतो कीयह पहली भारत यात्रा है। उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूती मिलने की उम्मीद है।