राज्यपाल ने किया जनजाति गौरव दिवस का शुभारंभ
राज्यपाल ने कार्यक्रम में बिरसा मुंडा की जन्म जयंती की शुभकामनाएं दीं।
अफसर अभियान चलाकर आदिवासी भाई बहनों तक योजनाओं को लेकर पहुंचे।
लखनऊ। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज लखीमपुर खीरी जिलेके सुदूरवर्ती जनजातीय क्षेत्र के ग्राम धुसकिया में आयोजित “जनजाति गौरव दिवस” का फीता काटकर शुभारंभ किया। उनके साथ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम स्थल पर एलईडी स्क्रीन के जरिए झारखंड के खूंटी में तीसरे जनजातीय गौरव दिवस, 2023 के उपलक्ष्य में आयोजितप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग हुई। राज्यपाल जी के साथ कार्यक्रम में इस महत्वपूर्ण लाइव स्ट्रीमिंग कोवहाँ उपस्थित केंद्रीय मंत्री, अधिकारियों एवं जनजातीय क्षेत्र के वाशिंदो ने अवलोकित किया।
कार्यक्रम में जनजाति के उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए राज्यपाल जी ने बिरसा मुंडा की जन्म जयंती की शुभकामनाएं दींऔर देश के लिए किए गए योगदान को बताया। उन्होंने जनजातीय समूहों के लोगों को विशेष रूप से सम्बोधित करते हुए कहा किलाइव स्ट्रीमिंग में प्रधानमंत्री जी के उद्बोधन को उपस्थित सभी लोगों ने पूरे मन से सुना है। प्रधानमंत्री जी ने आप सभी के सामनेमहत्वपूर्ण और जनकल्याणकारी योजनाओं को रखा है, इसका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा की योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तकपहुंचाना अफसर की जिम्मेदारी है।अफसर अभियान चलाकर आदिवासी भाई बहनों तक योजनाओं को लेकर पहुंचे।बच्चों की शिक्षाके लिए जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी और प्रधान की समेकित जिम्मेदारी है कि 05 वर्ष पूर्ण करने वाले बच्चों को उंगलीपकड़कर स्कूल तक पहुंचाएं।उन्होंने सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि कमियों को ढूंढना और दूर करना पड़ेगा।उन्होंने जनजातीय क्षेत्र में आयुष्मान कार्ड का लक्ष्य शत– प्रतिशत पूर्ण करने पर जोर दिया और कहा की राशन कार्ड का शत प्रतिशतलक्ष्य पूरा है तो आयुष्मान योजना का क्यों नहीं। पूरे प्रयास किए जाएं, जो परिवार बाहर चले गए हैं, वह त्यौहार में घरों को आए होगे।जिम्मेदारीपूर्वक प्रयास करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति कार्ड से वंचित न रहने पाए। उन्होंने जनजातीय समाज के लोगो को जागरूक करतेहुए कहा कि आदिवासी समाज के घर–घर तक जाने की बात हो रही है। यात्रा हमारे गांव कब आने वाली है– इसकी जानकारी अवश्यरखें। ताकि आप योजनाओं का लाभ के लिए दरवाजे पर ही पंजीकरण हो सके।
उन्होंने कार्यक्रम में पीएम आवास योजना के लाभार्थियों का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद एक महिला कोजब यहां आवास मिला उसकी कितनी खुशी मिली होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री जी के आज के भाषण में जिक्र करते हुए कहा कि वे भीआदिवासी भाइयों के नमक को अदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी थारू जनजाति पूरी सूझबूझ और ताकत सेकाम कर रही है, योजनाओं का समुचित लाभ पर वे और भी सकेंगे । उन्होंने निर्देश दिए कि इस क्षेत्र के बच्चों को अच्छे विद्यालयों एवंहॉस्टलों में 15 दिनों के लिए भेजें ताकि वह वहां के तरीकों को जान सकें।
राज्यपाल जी ने जनजातीय क्षेत्र के लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ लेने के लिए आगे आए औरप्रधानमंत्री जी के अभियान से जुड़े। चिकित्सा, शिक्षा एवं बाल विकास विभाग संकल्पित होकर यहां के बच्चों की सभी जांच एवंटीकाकरण को सुनिश्चित कराए। ग्राम प्रधान विकास कार्य के पैसे का सदुपयोग करें। गांव की आंगनवाड़ी को आदर्श एवं संसाधनयुक्त बनाएं। प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए चार स्तंभों के हिसाब से घर–घर तक लाभ पहुंचे, इसे मिलकर सुनिश्चित कराए। उन्होंनेविश्वास जताया कि अफसर और ग्रामीण मिलकर इस संकल्प को पूरा करेंगे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी, अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी, डीएम–एसपी के साथ केंद्र, प्रदेशसरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित बैंकिंग, समाज कल्याण, कृषि, स्वास्थ्य, आयुर्वेद, खाद एवं रसद, जनजातिविकास, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, पशुपालन विभाग सहित विभिन्न विभागों ने स्टालो का अवलोकन कर जानकारी लेकर जरूरीनिर्देश दिए। राज्यपाल जी ने जनजाति स्टाल पर उपलब्ध “थारू हस्त उत्पाद” की प्रशंसा की। इसके बाद राज्यपाल जी ने सैम श्रेणी केअति कुपोषित शिशु विष्णु, अरुल, अवनी, कार्तिक, पायल को दुलारते हुए सुपोषण किट (पोषण पोटली) वितरित की।
राज्यपाल ने किया “आईईसी वैन” का किया अवलोकन
‘विकसित भारत संकल्प यात्रा‘ के शुभारंभ के अवसर पर सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री भारत सरकारअजय कुमार मिश्र टेनी के साथ आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) वैन का अवलोकन किया। निर्देश दिए कि यह वैन निर्धारित रोस्टरके अनुसार जनजातीय क्षेत्र के सभी 24 गांव में दस्तक देकर सभी पात्रों को योजनाओं से संतृप्त कराए।
इनको मिली योजनाओं की सौगात
राज्यपाल जी ने केंद्रीय मंत्री के साथ पीएम आवास योजना की लाभार्थी अर्पिता, मैना देवी, ममता, राखी को चाभी और आवास स्वीकृतप्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। आयुष्मान योजना के लाभार्थी पालूराम, दाशनी देवी, जय किशन, स्नेहा, दीपाशी को गोल्डन कार्डप्रदान किया। पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थी अजय, परशुराम, आसाराम, रामबरन, मंगल सिंह को प्रतीकात्मक चेक प्रदानकी। गवर्नर ने जनजाति क्षेत्र में उत्कृष्ट सामाजिक कार्य के लिए फूल सिंह राणा, मूर्तिकला के लिए सोनम राणा, एकलव्य विद्यालय केमेधावी छात्र सिद्धांत राणा, राहुल राणा, सहिलता, आयुष राणा, चेतना, आंगनवाड़ी वर्कर माया देवी आजीविका सखी बिना कुमारीवरिष्ठ सीआरपी रामकली, ग्राम प्रधान पेड़ा देवी, स्वास्थ्य विभाग से कांति थारू को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
समारोह में पांच बिंदुओं पर संकल्प लिया गया। जिसमें भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाने का सपना साकारकरने , गुलामी की मानसिकता को जड़ से मिटने ,देश की विरासत पर गर्व करने भारत की एकता को सुदृढ़ और देश रक्षकों का सम्मानकरने तथा नागरिक होने का कर्तव्य निभाने का शपथ ली गयी।
राज्यपाल जी ने केंद्रीय मंत्री संग विभिन्न विभागीय स्टालों का अवलोकन किया। इस दौरान थारू जनजाति की महिलाओं– बालिकाओंसे एक एक कर मुलाकात कर संवाद किया। उन्होंने कार्यक्रम में एकलव्य आवासीय मॉडल विद्यालय की बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत स्वागतगीत एवं थारू महिलाओं के थारू होली नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियों की सराहना की।
पीएम ने किसानों के खातों में भेजी पीएम किसान सम्मान निधि की 15वीं किस्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम के दौरान बटन दबाकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधिकी 15वीं किस्त किसानों के खातों में भेजी। डीडी कृषि अरविंद मोहन मिश्रा ने बताया कि इस योजना के तहत खीरी के 04 लाख 18 हजार 604 किसानों के खातों में 2000 प्रति किसान की दर से कुल 83 करोड़ 72 लाख की धनराशि ऑनलाइन उनके खातों मेंअंतरित किए गए।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए बिरसा मुंडा की जन्म जयंती की शुभकामनाएं दी।उन्होंने कहा कि जनजाति के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री जी ने कई योजनाएं चलाई हैं। जनजातीय समूह एवं संस्कृति के विकासके लिए पीएम आदर्श आदि ग्राम योजना शुरू की। उन्होंने जनजाति विकास के लिए किए गए नए प्रावधानों एवं बजट में बढ़ोतरी काविस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के अंत में अपर मुख्य सचिव (नियुक्ति/ कार्मिक/कृषि) देवेश चतुर्वेदी ने राज्यपाल व केंद्रीय मंत्री के प्रति आभार ज्ञापित करतेहुए कहा कि आज की कार्यक्रम में जो भी दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है उनका पूर्णतया अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।