टीडी गर्ल्स इंटर कालेज की छात्राओं से मिली राज्यपाल
शैक्षिक भ्रमण शक्तिशाली, सकारात्मक शिक्षण उपकरण हैं: राज्यपाल
लखनऊ। टीडी गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राओं, प्रिंसिपल और प्रबंधक ने बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन मेंमुलाकात की। गोमतीनगर स्थित इस कॉलेज की छात्राओं ने पर्यावरण सम्बंधित विभिन्न सरकारी और गैरसरकारी संस्थाओं की ओर सेआयोजित विभिन्न प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद विद्यालय प्रबंधन ने राज्यपाल को एक पत्र भेज कर बच्चों को आर्शीवाददेने का आग्रह किया था। मंगलवार को विद्यालय का आग्रह स्वीकार करते हुए इसकी आधिकारिक जानकारी विद्यालय प्रबंधन को दियागया।
बुधवार को महामहिम से मिलने कॉलेज के प्रबंधक महादेव प्रसाद यादव प्रिंसिपल लक्ष्मी सिंह और विद्यालय के 45 बच्चे राजभवनपहुंचे। विद्यालय के तीन बच्चों प्रीति यादव (कक्षा 8) सीमा यादव (कक्षा 12) रवि कनौजिया (कक्षा 8) से राज्यपाल ने बातचीत की, और विद्यालय में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी ली।
विद्यार्थियों से संवाद स्थापित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि बच्चों को भी विभिन्न राज्यों के भ्रमण पर ले जानाचाहिए, क्योंकि जब तक हम प्रवास नहीं करते तब तक हमें विभिन्न राज्यों की कला एवं संस्कृति तथा रहन–सहन एवं खान–पान कीजानकारी नहीं हो पाती। शैक्षिक भ्रमण शक्तिशाली, सकारात्मक शिक्षण उपकरण हैं जो सभी शिक्षार्थियों के सामाजिक, व्यक्तिगतऔर भावनात्मक को बढ़ाने में मदद करते हैं। उन्होंने अध्यापकों से कहा कि वे बच्चों को भ्रमण के लिए प्रेरित करें और यदि किसीकारणवश भ्रमण पर न ले जा पाये ंतो तकनीकी का प्रयोग करते हुए उन्हें विभिन्न राज्यों की डाक्यूमेंट्री दिखायें तथा पुस्तकों के माध्यमसे चित्रांकन भी करायें।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास होना चाहिए कि जब भी हम किसी क्षेत्र के भ्रमण पर जायें वहां के स्थलों को ध्यान से देखें, लिपिबद्ध करेंऔर बच्चों को भी प्रेरित करें। राज्यपाल जी ने वहां उपस्थित शिक्षकों तथा अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों को भ्रमण पर अवश्यले जाएँ और वहां के संस्मरण उनसे लिपिबद्ध करायें। उन्होंने बच्चों से कहा कि आज आप सभी ने राजभवन का भ्रमण किया है। आप नेयहां जो भी अच्छा–बुरा देखा हो उसे लिखकर मुझे अवश्य भेजें। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतुपठन–पाठन के साथ–साथ खेलकूद को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, क्योंकि शिक्षा वह है जो आपका सर्वांगीण विकास करे।