छात्रसंघ चुनाव बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी, विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं मान रहा सरकार का आदेश
लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर कैंपस में माहौल गर्माया हुआ है, विभिन्न राजनीतिक दलों के छात्र संगठन से जुड़े तमाम स्टूडेंट धरना–प्रदर्शन और आंदोलन में कूद पड़े हैं।
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर कैंपस में माहौल गर्माया हुआ है, विभिन्न राजनीतिक दलों केछात्र संगठन से जुड़े तमाम स्टूडेंट धरना–प्रदर्शन और आंदोलन में कूद पड़े हैं, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों पर धरना–प्रदर्शन खत्म करने के लिए दबाव डाला पर उनके हौसले नहीं डिगे, छात्रों का कहना है कि जब तक छात्र संघ चुनाव को लेकर अंतिम निर्णय नहीं दिया जाएगा, आंदोलन जारी रहेगा।
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों ने कैंपस में स्थित छात्र संघ भवन तिराहे पर सोमवार दोपहर से धरना प्रदर्शन शुरू किया था, सोमवार शाम से बारिश के बावजूद छात्र धरने पर डटे रहे, देर रात पुलिस ने छात्रों को हटाने की कोशिश की, तो आपस में गरमा गरमी शुरू होगई. पुलिस के यूनिवर्सिटी कैंपस आने की सूचना पाकर हॉस्टल से तमाम छात्र धरना स्थल पहुंच गए. सैकड़ों छात्रों का आक्रोश देखकर पुलिस को बैक फुट पर आना पड़ा. हालांकि, मंगलवार दोपहर पुलिस अधिकारी फोर्स लेकर फिर से वहां आ गए. पुलिस को देखते ही छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों का कहना है कि राज्य सरकार छात्रसंघ चुनाव करने के लिए कह चुकी है, सदन में भी इस परसवाल–जवाब हो चुका है, हालांकि, लखनऊ विश्वविद्यालय का प्रशासन सरकार का आदेश नहीं मान रहा है, छात्र संघ चुनाव बहाल करने के लिए सभी छात्र लंबे समय से मांग कर रहे हैं, विश्वविद्यालय प्रशासन को कई बार छात्र संघ चुनाव की बहाली के लिए पत्र दिया गया, प्रशासन की तरफ से सकारात्मक जवाब न मिलने पर यह धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है।
अब बिना लिखित आश्वासन के नहीं समाप्त होगा धरना
छात्रसंघ बहाली को लेकर धरने पर बैठे विद्यार्थियों का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव बहाली को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से बीते एक वर्ष से वार्ता चल रही है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हर बार केवल झूठे आश्वासन देकर उनकी मांगों को टालता आ रहा है, धरने पर बैठे विद्यार्थियों का कहना था कि इस बार जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता वह अपना धरना नहीं समाप्त करेंगे, विद्यार्थियों ने विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।