नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर जताई चिंता, दिल्ली पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
न्यूज क्लिक को चीनी फंडिंग मामले की निष्पक्ष जांच, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तथा निर्दोष पत्रकारों को तंग न करने की मांग
नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के अध्यक्ष रास बिहारी के नेतृत्व में पत्रकारों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को एक ज्ञापन देकर न्यूज पोर्टल न्यूज क्लिक को चीनी फंडिंग के मामले की निष्पक्ष जांच कराने के संबंध में ज्ञापन सौंपा।प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के संयोजक राकेश थपलियाल, सहसंयोजक के पी मलिक, सचिन बुधोलिया, मनोज वर्मा आदि शामिल थे। पुलिस आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को मामले की सही तरीके से जांच और पूछताछ के दौरान किसी पत्रकार से बदसलूकी न होने देने का आश्वासन दिया है।
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स से संबद्ध नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन नेदिल्ली पुलिस के आयुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में वेबसाइट न्यूज क्लिक तथा उससे जुड़े पत्रकारों की गिरफ्तारी, छापे और खुलासे को लेकर चिंता जताई गई है। दिल्ली पुलिस ने आतंकवाद रोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज करके‘न्यूजक्लिक‘ के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के साथ ही फर्म में शेयरधारक अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया है।दिल्ली पुलिस ने कई पत्रकारों से पूछताछ भी की है। स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल के मीडिया में आए बयान के अनुसार स्पेशल सेल की टीम ने पांच शहरों में छापेमारी कर कुल 37 वरिष्ठ पत्रकारों व अन्य को हिरासत में लिया था। लोधी कालोनी स्थित सेल के कार्यालय में उनसे लंबी पूछताछ की गई।
पत्रकार संगठनों का मानना है कि एक न्यूज पोर्टल को चीनी फंडिंग के मामले को लेकर मीडिया का एक वर्ग और कुछ राजनीतिक दल मीडिया पर हमला बताकर भय का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स से संबंद्ध एनयूजेआई हमेशा स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी पत्रकारिता के पक्ष में रही है। एनयूजेआई का मानना है कि विदेशी फंडिंग के माध्यम से चल रहे कुछ न्यूज पोर्टल फेक न्यूज की फैक्टरी बने हुए हैं। इनके खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की आवश्यकता है। इस तरह के पोर्टलमीडिया की साख भी गिरा रहे हैं।
एनयूजे और डीजेए ने विदेशी फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने तथा निर्दोष लोगों को किसी तरह से भी तंग न करने की मांग की है। ज्ञापन में मांग की गई है कि दिल्ली पुलिस की तरफ से किसी पत्रकार से पूछताछ के दौरान बदसलूकी न की जाए।