युवा कैदियों के व्यवहार में परिवर्तन लाना मुख्य लक्ष्य: मंत्री धर्मवीर प्रजापति
पंकज सिंह चौहान
होमगार्ड एवं कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि प्रदेश की सभी जेलों को कौशल विकास से जोड़ा गया है। इसकी वजह से इन जेलों में बहुत बड़ा सुधार देखने को मिला है।
लखनऊ। प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मवीर प्रजापति से नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने ख़ास बातचीत की, जहां उन्होंने बंदियों के जीवन में सुधार के लिए किए जा रहे तमाम क्रियाकलापों के बारे में बताया, उन्होंने ये भी बताया कि बंदियों के व्यवहार परिवर्तन के लिए क्या-क्या कदम सरकार उठा रही है।
प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड विभाग के मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों से ख़ास बातचीत की। जहां उन्होंने बताया कि जेलों में 40 वर्ष तक के बंदियों की संख्या का प्रतिशत सबसे ज्यादा है, 80 फीसदी युवा 40 वर्ष तक के हैं जो कि प्रदेश की जेलों में निरुद्ध हैं, उन्होंने कहा कि सभी कैदी पेशेवर नहीं हैं अनायास घटना घटने से भी इंसान कैदी बन जाता है, मानवीय दृष्टि से ऐसे बंदियों को संभलने का अवसर दिया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि जब से वे कारागार मंत्री बने हैं तब से लगातार जेलों में सुधार कैसे हो, बन्दियों के व्यवहार में बदलाव कैसे हो इसी पर कार्य कर रहे हैं, कारागार मंत्री ने बताया कि अलग-अलग जेलों में जाकर वहां बन्दियों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के संकल्प के साथ संवाद कर रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि इस प्रयास से कारागार में निरुद्ध बन्दियों के जीवन में आने वाले समय में निश्चित ही बड़े बदलाव होंगे।
जेल में क़ैदी माँ के बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था
कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति द्वारा जेल में बंद महिला बंदियों के बच्चों के भविष्य को ध्यान में रख उनको शिक्षित करने का फरमान जारी किया गया। जिससे जेलों में शिक्षक की नियुक्ति की गई, और जेलों में बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क बनाए गए हैं।
बंदियों को शिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ रहे
प्रदेश की जेलों में बंदियों को एमएसएमई और स्वरोजगार से जोड़ रहे हैं। उन्हें प्रशिक्षण दिला रहे हैं ताकि वो जेल से छूटकर बाहर आए तो अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। बंदियों की शिक्षा पर भी काम हो रहा है। प्रदेश के कई जेलों में शिक्षक नियुक्त है जो की जेलों में मौजूद बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं और जिन जेलों में शिक्षक तैनात नहीं है वहां महिला बंदी रक्षकों के माध्यम से इन युवाओं को शिक्षित किया जा रहा है।
बांकेबिहारी मंदिर पहुँचाए कैदियों द्वारा निर्मित किए गए कपड़े
श्री प्रजापति ने बताया कि मथुरा जिला जेल के कैदियों ने भगवान श्रीकृष्ण के लिए कपड़े बनाए, प्रजापति ने कहा कि कैदी विशेष रंगीन कढ़ाई वाले विभिन्न प्रकार के डिजाइनर कपड़े का इस्तेमाल करते हैं। मंत्री ने बताया कि मथुरा के कैदी हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी के लिए ये पोशाक बनाते रहे हैं लेकिन इस साल उन्होंने बांके बिहारी के लिए पोशाक तैयार करने की इच्छा व्यक्त की। जेल मंत्री प्रजापति ने श्री बांके बिहारी जी के कपड़ों को एक टोकरी में अपने सर पर रखकर बांके बिहारी मंदिर पहुँचाए।
जेलों में भी मनाया जा रहा करवा चौथ
अब उत्तर प्रदेश की जेलों में करवा चौथ मनाया जा रहा है, पुरुष कैदियों की पत्नियां जेल में जाकर पति के साथ पूजा कर रही। इतना ही नही महिला कैदियों से उनके पति जेल में जाकर करवा चौथ का त्योहार मना रहे हैं। कारागार मंत्री ने कहा कि व्रत को लेकर किसी को कोई असुविधा न हो इसके लिए निर्देश दिया है।
बहनों ने भाईयों को राखी बांधी
धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि बहन और भाई के पवित्र त्योहार रक्षा बंधन पर जेल में बंद कैदियों से मिलने आने वाली उनकी बहनों के लिए सारे इंतजाम किए गए थे। हज़ारों बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी है।