नहीं रहे अखिलेश के योगी, CM योगी के हमशक्ल की मौत: अखिलेश यादव के स्टार प्रचारक थे सुरेश

CM योगी आदित्यनाथ के हमशक्ल सुरेश ठाकुर की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। उन्नाव के रहने वाले सुरेश पूर्व CM और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के स्टार प्रचारक थे। पिछले चुनाव में मंच पर अखिलेश के साथ सुरेश ठाकुर की प्रचार–प्रसार करते हुए कीकई फोटो सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही थीं। सुरेश की मौत के बाद उनकी पत्नी ने उन्नाव पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुरेश ठाकुर उन्नाव के सोहरामऊ थाना क्षेत्र के चौपाई गांव में रहते थे। पत्नी सरिता वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि 28 जुलाई को गांव के लोगों ने पति के साथ मारपीट की थी। इस मारपीट के चलते ही उनकी मौत हो गई। सरिता वर्मा ने पुलिस पर आरोपियों का साथ देने का आरोप लगाया है।
चौकी का वीडियो बनाने को लेकर हुआ था विवाद
सरिता वर्मा ने कहा, ”सुरेश 27 जुलाई को गांव में बन रही चौकी इसका धन्यवाद देने के लिए उन्होंने वीडियो बनाना शुरू किया। तभी गांव के लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। हम लोग थाने गए लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद अगले दिन 28 जुलाई को मेरे पति के साथ सुबह सवेरे मारपीट की गई। गांव के ही दो लोग रमन और उमेश ने मेरे पति को जमकर पीटा, उनको चोट आई। उनकी गाड़ी भी टूट गई। लेकिन पुलिस ने मेडिकल तक नहीं कराया। न ही कोई FIR लिखी।”
सरिता ने कहा, ”थाने गई थी, तो पुलिस ने दबाव बनाया। इसके बाद मैं अपने पति का इलाज कराने लगी। गुरुवार को पति की हालत एकदम से खराब हुई। उन्हें उल्टियां हो रही थीं, सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। हम लोग जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे।यहां डॉक्टरों ने चेकअप किया और पति को मृत घोषित कर दिया। मैंने अपने पति की मौत की वजह जानने के लिए ही उनका पोस्टमॉर्टम करवाया है। मेरे पति की मौत उसी मारपीट के चलते ही हुई है। वरना वो पूरी तरह स्वस्थ थे, उन्हें किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी।”
पुलिस बोली– हत्या की अफवाह न फैलाएं
SO अवधेश सिंह ने बताया कि सुरेश के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं हुई थी। उनके साथ सिर्फ स्थानीय लोगों की कहासुनी ही हुई थी। इधर उन्नाव पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में उन्नाव पुलिस ने लिखा, ”सुरेश ठाकुर के शरीर में कोई चोट के निशान नहीं हैं। पीट–पीटकर हत्या किए जाने जैसी भ्रामक और तथ्यों से परे खबर सोशल मीडिया पर प्रसारित न करें।”
सपा ने बनाई जांच टीम
सपा ने सुरेश ठाकुर की संदिग्ध मौत का पता लगाने के लिए जांच टीम का गठन किया है। पार्टी ने पत्र जारी करते हुए लिखा, ”पार्टी के कार्यकर्ता श्री सुरेश ठाकुर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सही जानकारी एवं शोकाकुल परिवार से मिलने हेतु प्रतिनिधिमंडल कागठन किया जाता है। ऐसा पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के निर्देशानुसार किया गया है। 7 सदस्यीय डेलिगेशन सुरेश ठाकुर के गांव जाएगा। उनकी मौत की वजह की विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय में प्रस्तुत करेगा।”
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। इसमें पूर्व विधायक उदय राज यादव, सपा के राष्ट्रीयसदस्य संजय विद्यार्थी सविता, सपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव विनोद सविता, सपा के अध्यक्ष विधानसभा क्षेत्र कैंट लखनऊ रितेश साहू, सपा के उन्नाव से जिलाध्यक्ष राजेश यादव, प्रदेश सचिव समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ अरुण सविता, सीएल सविता विशेष आमंत्रितसदस्य पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का नाम अंकित किया गया है।
मामले के बाद से सोशल मीडिया पर सुरेश ठाकुर की मौत पर जांच की मांग की जा रही है। सपा कार्यकर्ता सुरेश ठाकुर को श्रद्धांजलिदे रहे हैं। सपा के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से सुरेश को श्रद्धांजलि दी गई है।
सुरेश ठाकुर के बारे में
योगी के हमशक्ल सुरेश ठाकुर पहली बार सुर्खियों में तब आए, जब 2019 लोकसभा चुनाव के लिए वो नामांकन फाइल करने लखनऊपहुंच गए। यहां उन्होंने मौलिक अधिकार पार्टी से नामांकन फाइल किया था। लखनऊ में कैंट एरिया में रहने वाले सुरेश ठाकुर LDA केस्मारक पार्क में पंप ऑपरेटर की नौकरी करते थे। यहां 2011 में नौकरी ज्वाइन की थी। सुरेश योगी के लुक में नजर आए, इसके बादसपा में उनकी एंट्री हुई। इसके बाद हुए चुनाव में अखिलेश यादव के साथ सुरेश ठाकुर गोरखपुर तक चुनाव प्रचार करने गए। इस दौरानचार्टेड प्लेन से लेकर मंच तक सुरेश की कई फोटो वायरल हुईं।