लखनऊ

डॉ. राजेश्वर सिंह ने विधानसभा में उठाया बिजली पोल में करंट उतरने से छात्रा की मौत का मुद्दा, दर्ज हुई लापरवाहों पर FIR

डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयासों से कीर्ति के परिजनों को मिला 6 लाख का मुआवजा, दोषियों पर दर्ज हुई FIR

लापरवाही को नजरअंदाज करने से बढ़ती है घटनाओं की पुनरावृत्ति: डॉ. राजेश्वर सिंह

कानपुर रोड स्थित कृष्णलोक कॉलोनी  में रहने वाले विनीत द्विवेदी की 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी इष्टि अभी से  IIT JEE मेंस कीतैयारी करती थी, उसका सपना था ऐरोनॉटिक इंजीनियर बनकर अंतरिक्ष कब रहस्यों को सुलझाना और भारत का नाम पूरी दुनिया मेंरोशन करना।

इन सपनों को हमेशा के लिए बुझाने का काम उस बिजली विभाग की लापरवाही ने किया जिस पर जिम्मा है सारे शहर में उजाला फलानेका, 5 अगस्त 2023 को आकाश इंस्टिट्यूट से कोचिंग करके घर लौट रही कीर्ति को फिनिक्स माल के पास एक बिजली के पोल नेअपने चपेट में ले लिया और चंद सेकेंड के भीतर ही मासूम के प्राण पखेरू हो गए।

सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने क्षेत्र की होनहार बेटी को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए परिजनों के प्रति व्यक्तिगतसहारा और सहयोग देने के साथसाथ लापरवाहों पर कार्यवाही सुनिश्चित कराने का बीड़ा उठाया, एक तरफ जहां उनकी टीम लगातरकीर्ति के परिवार वालों के साथ खड़ी रही तो दूसरी तरफ विधायक स्वयं लापरवाहों को कठोरतम दंड दिलाने के लिए प्रयासरत रहे।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस संबंध में पत्र लिखकर ऊर्जामंत्री और मुख्यमंत्री को प्रकरण से अवगत कराया, इसके अलावा विधानसभा पटलपर भी नियम 51 के अंतर्गत घटना को रखकर जिम्मेदारों को जबाबदेही और दंड सुनिश्चित करने की मांग की।

सरोजनीनगर विधायक के प्रयासों से नगर निगम द्वारा घटना की विस्तृत जांच करवाई गई और पोल पर LED फिटिंग अनुरक्षण काकाम करने वाली EESL कंपनी पर लापरवाही पूर्वक फिटिंग जोड़ने के लिए FIR सुनिश्चित हुई मृतका के परिजनों त्वरित राहत केलिए 6 लाख की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई गई, इसके अलावा डॉ. राजेश्वर सिंह का प्रयास मुख्यमंत्री राहत कोष से भी कीर्तिके परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाना है।

इस संबंध में डॉ. राजेश्वर सिंह का कहना है कि किसी भी लापरवाही को नजरअंदाज किया जाता है तो उन घटनाओं की पुनरावृत्ति बढ़तीही जाती है, इसलिए जिम्मेदारों को कठोरतम सजा दिलाया जाना जरूरी है।

सच है इन प्रयासों से किसी परिवार को उसकी कीर्ति तो वापस नही दिलाई जा सकती लेकिन जिम्मेदारों को सजा दिलाने और सरकारीसहायता दिलाने से उनके दुखों पर मरहम जरूर लगाया जा सकता है, इसके लिए भी जरूरी है डॉ. राजेश्वर सिंह जैसा दृढसंकल्पितहोना और अपनी क्षेत्र की जनता के सुख, दुख का सच्चा साथी बनना तभी कृष्णलोक कॉलोनी के द्विवेदी परिवार की तरह देश भर केहजारों लोगों को इंसाफ मिल सकता है जिनके अपनों की जान सरकारी विभागों की लापरवाही के कारण चली जाती है।

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