डॉ राजेश्वर सिंह ने सीको कॉलेज ऑफ फार्मेसी को दिए 5 कंप्यूटर
पूरा हो रहा डॉ राजेश्वर सिंह का युवाओं को डिजिटल साक्षर बनाने का संकल्प
डॉ राजेश्वर सिंह ने डिजिटल शिक्षा को दिया नया आयाम, 16 कॉलेजों में प्रदान किये 155 कंप्यूटर, हजारों युवा लाभांवित
लखनऊ। जिस व्यक्ति का मन, वचन और कर्म एक जैसा हो, उसका व्यक्तित्व श्रेष्ठ व उत्कृष्ट माना जाता है। ऐसा ही व्यक्तित्व हैसरोजनीनगर विधायक डॉ राजेश्वर सिंह का। चाहे बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा व खेलकूद के साधन उपलब्ध कराने हो, महिलाओं कोस्वावलंबी–आत्मनिर्भर बनाना हो या वृद्धजनों को तीर्थयात्रा करवाना हो, डॉ राजेश्वर सिंह ने जो कहा वो किया।
इसी प्रकार अपनी कथनी को पूरा करते हुए डॉ राजेश्वर सिंह ने अपना एक और वादा पूरा किया। उनके द्वारा हरौनी स्थित सीकोकाॅलेज ऑफ फार्मेसी में 5 कंप्यूटर्स प्रदान किये गए। उनका प्रयास युवाओं को डिजिटल शिक्षा प्रदान कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आनेवाली प्रतियोगिताओं तथा भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करना है।
16 जून को डॉ राजेश्वर सिंह सीको काॅलेज में आयोजित ’लैपटाॅप वितरण कार्यक्रम’ में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे थे। यहांकॉलेज द्वारा डॉ राजेश्वर सिंह से कंप्यूटर्स की मांग की गई थी, जिसे उन्होंने मानते हुए जल्द से जल्द कंप्यूटर दिलाने का वादा कियाथा। अब उन्होंने अपने वादे को पूरा करते हुए कॉलेज को 5 कंप्यूटर प्रदान किये। उनका उद्देश युवाओं खासकर बेटियों को डिजिटलसाक्षर बनाना है।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब सरोजनीनगर विधायक ने किसी शिक्षण संस्थान को कंप्यूटर्स प्रदान किये हैं। उनके द्वारा लगातारविधानसभा क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों में डिजिटल लैब की स्थापना करवाई जा रही है। विधायक ने पूर्व में व्यक्तिगत स्तर और सीएसआरके माध्यम से 15 विद्यालयों को 150 कंप्यूटर प्रदान कर डिजिटल लैब स्थापित की है जिससे लगभग 15,000 बेटियों सहित 20,000 शिक्षार्थियों से अधिक को आधुनिक व रोजगारपरक कंप्यूटर शिक्षा मिल रही है।
डॉ राजेश्वर सिंह का कहना है कि युवाओं को डिजिटल शिक्षा प्रदान कर उनका सर्वांगीण विकास करना हमारा दायित्व है। आने वालासमय में डिजिटली साक्षर और डिजिटली निराक्षर के बीच प्रतियोगिता होंगी, पेपरलेस ऑफिस होंगे, स्टोरेज आई–क्लाउड पर होगा।युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नि:शुल्क 02 करोड़ टैबलेट व स्मार्टफोन भी वितरित किये जा रहे हैं।आने वाला समय डिजिटल शिक्षा का है इसलिए युवाओं के लिए डिजिटल साक्षरता सबसे महत्वपूर्ण है।