सपा के गढ़ में पंचर हुई साइकिल, आजमगढ़ और रामपुर हुआ भगवा मय
रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। घनश्याम लोधी ने सपा प्रत्याशी आसिम रजा को 42 हजार वोटों से हराया। वहीं, आजमगढ़ उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल निरहुआ ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को मात दी।
रामपुर और आजमगढ़ सदर लोक सभा सीटों पर हुए उप चुनाव के संदर्भ में प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रेसवार्ता… https://t.co/jWAOroFBMz
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2022
धर्मेंद्र यादव बोले- हार जीत से डरने वाला नहीं
मैं समाजवादी पार्टी से क्षमा मांगता हूं। मैं पार्टी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। आजमगढ़ की जनता का बहुत बहुत धन्यवाद, जनता ने अपना अभूतपूर्व समर्थन दिया। हार जीत से धर्मेंद्र यादव डरने वाला नहीं। आजमगढ़ की जनता का सहयोग और प्यार मिला।
बीएसपी में ही भाजपा को हराने की सैद्धान्तिक व जमीनी शक्तिः बसपा सुप्रीमो मायावती
उपचुनाव परिणाम आने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ‘उपचुनावों को रूलिंग पार्टी ही अधिकतर जीतती है, फिर भी आज़मगढ़ लोकसभा उपचुनाव में बीएसपी ने सत्ताधारी भाजपा व सपा के हथकंड़ों के बावजूद जो कांटे की टक्कर दी है वह सराहनीय है। पार्टी के छोटे-बड़े सभी जिम्मेदार लोगों व कार्यकताओं को और अधिक मजबूती के साथ आगे बढ़ना है।’
यूपी के इस उपचुनाव परिणाम ने एक बार फिर से यह साबित किया है कि केवल बीएसपी में ही यहां भाजपा को हराने की सैद्धान्तिक व जमीनी शक्ति है। यह बात पूरी तरह से खासकर समुदाय विशेष को समझाने का पार्टी का प्रयास लगातार जारी रहेगा ताकि प्रदेश में बहुप्रतीक्षित राजनीतिक परिवर्तन हो सके।
आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में जीत ऐतिहासिकः पीएम मोदी
आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में जीत ऐतिहासिक है। यह केंद्र और यूपी में डबल इंजन सरकार के लिए व्यापक पैमाने पर स्वीकृति और समर्थन का संकेत देता है। समर्थन के लिए लोगों का आभारी हूं। मैं हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रयासों की सराहना करता हूं।
परिवारवादी ताकतों को जनता ने दिया स्पष्ट संदेशः सीएम योगी
चुनाव परिणाम आने के बाद सीएम योगी ने कहा कि एक बार फिर नकारात्मक सोच और विध्वंसात्मक गतिविधियों के लिए कुख्यात ताकतों को, परिवारवादी ताकतों को स्पष्ट संदेश जनता ने दिया है कि अब परिवारवादियों, जातिवादियों, सांप्रदायिक उन्माद को भड़काने वाली माफिया को प्रश्रय देने वाली पार्टियों को जनता स्वीकार करने वाली नहीं है।