मध्य प्रदेश के इंदौर में शुक्रवार देर रात एक दो मंजिला इमारत में आग लग गई। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 6 महिलाएं और एक पुरुष है। कुछ जिंदा जले हैं और कुछ का दम घुट गया। कितने जिंदा जले और कितनों का दम घुटा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लोगों का कहना है कि पार्किंग में भी आग थी। लोगों को भागने की जगह नहीं मिली तो गैलरी से कूदकर जान बचाई।
पुलिस के मुताबिक, बचाव दल ने 9 लोगों को इस अग्निकांड से रेस्क्यू भी किया है। कुछ लोग जान बचाने के लिए इमारत से भी कूदे। इन्हें चोटें आई हैं और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
मृतकों में ईश्वर सिंह सिसौदिया (45), नीतू सिसौदिया (45), आशीष (30), गौरव (38), आकांक्षा (25) शामिल हैं। मरने वालों में 40 और 45 वर्ष के दो लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों में एक दंपती भी शामिल हैं। ईश्वर सिंह सिसोदिया और नीतू की दम घुटने से मौत हुई है। कलेक्टर मनीष सिंह ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। बताया गया कि बिल्डिंग के मालिक के मोहल्ले में 4 मकान है, जो किराए से दिए हैं। लोग कह रहे हैं कि कहीं भी सेफ्टी नहीं है। उसके खुद के मकान पर तो मोबाइल कंपनी का टावर लगा है।
45 मिनट बाद पहुंची फायर ब्रिगेड
अग्निकांड वाली बिल्डिंग में रहने वाली एक महिला ने बताया कि हालात बहुत भयानक थे। आज का पता चला तो डायल 100 और फायर ब्रिगेड को तीन-चार बार कॉल किए। इसके बावजूद फायर ब्रिगेड करीब 45 मिनट बाद फायर पहुंची। विकराल रूप ले चुकी आग पर हम रहवासियों ने जैसे-तैसे काबू पाया। आग बुझी तो देखा लोगों की जलने से मौत हो गई थी। फायर ब्रिगेड समय पर आती तो शायद इनकी जान बच जाती। कुछ लोग दम घुटने के कारण मर चुके थे। कई लोगों ने बिल्डिंग की गैलरी से कूदकर जान बचाई। वे बुरी तरह घायल हैं।
बिजली गुल थी, आई तो मीटर जल गया
चश्मदीद एहसान पटेल ने बताया कि रात को बिजली गुल हो गई थी, लेकिन जब बिजली आई तो पार्किंग के मीटर में आग लग गई। रात तीन बजे के करीब हमें शोर सुनाई दिया। बाहर देखा तो बिल्डिंग में आग लगी हुई थी। हमने बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। इस बिल्डिंग में मेरा भाई रहता है। बिल्डिंग में कुछ छात्र और अन्य परिवार भी रहते हैं। फायर ब्रिगेडकर्मी ने बताया कि रात करीब तीन बजे आग की सूचना मिली। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक कई लोगों की मौत हो चुकी थी।