किसी बड़े हादसे के इंतजार में विद्युत विभाग, डर के साए में बच्चे व ग्रामीण
- स्कूल के बगल में जमीन को छूते बिजली के तार, दे रहे हैं मौत को दावत।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बिजली विभाग का हाल ही बेहाल है। जो अंडरग्राउंड केबल जमीन के नीचे होनी चाहिए, वे जमीन से बाहर दिखाई दे देते हैं और जो तार ऊंचाई पर होने चाहिए वे लोगों के सिर पर लटकते हैं। हालत ये है कि कई जगह ये तार इतने नीचे लटके हैं कि हाथ बढ़ाकर इन्हें छू सकते हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। फिर भी विद्युत विभा समस्या का समाधान ना करके किसी बड़े हादसे के इंतजार में है।
पावर कॉरपोरेशन की ओर से मकड़ी के जाल की तरह बिजली की तारों को तो डाल दिया जाता है, लेकिन उसके बाद में कभी उस ओर ध्यान नहीं दिया जाता। यही वजह है कि एक से दूसरे खंभे पर जाने वाले बिजली के तार हवा में लटकने की वजह से जमीन को छू रहेे हैं। कहीं कहीं तो हालत ये है कि लोगों को अपने घर का मुख्य गेट खोलने के दौरान इन तारों को हटाना पड़ता है। दूसरी तरफ ये आलम है कि विभाग द्वारा डलवाई गई अंडरग्राउंड केबल जमीन के अंदर रहने की बजाय जमीन के ऊपर दिखाई देती है, जो कभी भी हादसे का कारण बन सकती है। विभागीय अधिकारी जानबूझकर इससे बेपरवाह बने हुए हैं।
बनी पावर हाउस अंतर्गत पहाड़पुर गांव में गजोधर प्रसाद स्कूल के बगल सें बिजली के तार निकल रहे हैं, जो काफी जर्जर हालत में है। खंभा झुक जाने के कारण तार इतने नीचे आ चुके हैं कि बच्चे भी उसे आसानी से पकड़ सकते हैं। मजे की बात तो यह है कि आए दिन विद्युत कर्मी और लाइनमैन उसी रास्ते से गुजरते हैं और वो जर्जर बिजली का खंभा वह तार भी देखते हैं फिर भी उन्होंने इसे ठीक करने की आवश्यकता नहीं समझी, इससे तो यही लगता है कि बिजली विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं।