आज फिर बढ़ी पेट्रोल- डीजल की कीमत
पेट्रोल 76 से 84 पैसे प्रति लीटर और डीजल 76 से 85 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है. पिछले पांच दिनों में पेट्रोल और डीजल के दामों में यह चौथी बढ़ोतरी की गई है.
नई दिल्ली : देश में पेट्रोल और डीजल के दाम (Petrol Diesel Price) लगातार बढ़ रहे हैं. एक बार फिर दामों में इजाफा हुआ है. पेट्रोल 76 से 84 पैसे प्रति लीटर और डीजल 76 से 85 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है. पिछले पांच दिनों में पेट्रोल और डीजल के दामों में यह चौथी बढ़ोतरी की गई है. हालांकि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद से ही दाम बढ़ने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पेट्रोल और डीजल के दामों में महज पांच दिनों में तीन रुपये से ज्यादा की वृद्धि ने आम उपभोक्ता की चिंता को बढ़ा दिया है.
दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 80-80 पैसे की वृद्धि हुई है. दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 98.61 रुपये प्रति लीटर होगी, जो पहले 97.81 रुपये थी, जबकि डीजल की कीमत 89.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 89.87 रुपये हो गई है. वहीं मुंबई में पेट्रोल की कीमतें 84 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि के साथ 113.35 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 85 पैसे की बढ़ोतरी के बाद 97.55 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है, जबकि कोलकाता में पेट्रोल 83 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 108.1 रुपये प्रति लीटर और डीजल 79 पैसे की बढ़ोतरी के बाद 93.01 रुपये प्रति लीटर है. चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 76 पैसे बढ़कर 104.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल 76 पैसे बढ़कर 94.47 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
देश में 22 मार्च को संशोधित दर जारी करते हुए करीब साढे़ चार महीने के लंबे अंतराल के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए थे. अभी तक की गई सभी चारों बढ़ोतरी 80 पैसे प्रति लीटर की है. जून 2017 में दैनिक मूल्य संशोधन शुरू होने के बाद से ये एक दिन में सबसे तेज बढ़ोतरी है.
उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले 4 नवंबर से कीमतें स्थिर थीं. इस अवधि के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में करीब 30 अमरीकी डालर प्रति बैरल की वृद्धि हुई है. 10 मार्च को विधानसभा चुनाव मतगणना समाप्त होने के बाद से ही दरों में संशोधन के कयास लगाए जा रहे थे.
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तेल कंपनियां ने कच्चे तेल की कीमतों में नवंबर की शुरुआत में करीब 82 अमेरिकी डॉलर की तुलना में 117 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी के बावजूद रिकॉर्ड 137 दिनों के लिए पेट्रोल और डीजल की दरों में संशोधन नहीं किया था, अब उपभोक्ताओं को इसका बोझ डाल रहे हैं.